डेंगू और स्वाइन फ्लू से बचाव के दिए टिप्स
रेडक्रॅास भवन में डेंगू व स्वाइन फ्लू से बचाव संबंधी एक जागरूकता कैंप आयोजित किया गया।
जासं, बठिडा : रेडक्रॉस सोसायटी की ओर से रेडक्रॅास भवन में डेंगू व स्वाइन फ्लू से बचाव संबंधी एक जागरूकता कैंप आयोजित किया गया। इसमें रेडक्रॉस संस्था से जुडे़ सेवानिवृत्त डिप्टी मेडिकल कमिश्नर डॉ. आरएन महेश्वरी ने जिले के विभिन्न गांवों से पहुंचे 80 के करीब नौजवानों को डेंगू व चिकनगुनिया फैलने के कारणों व इससे बचाव के बारे में जानकारी दी। फर्स्ट एड मास्टर ट्रेनर नरेश पठानिया ने युवाओं को स्वाइन फ्लू की जानकारी दी।
रेडक्रॉस भवन में आयोजित सेमिनार में डॉ. महेश्वरी ने कहा कि डेंगू व चिकनगुनिया एडीज प्रजाति के मच्छर से पैदा होने वाले बुखार हैं। इनसे बचाव के लिए मच्छर को पैदा होने से रोकना व मच्छर के काटने से अपने आप को बचाना ही सबसे बढि़या इलाज व परहेज है। मच्छरों के हमले से बचने के लिए पूरी बाजू के कपड़े, मच्छरदानी, मच्छरों को भगाने वाली क्रीम और तेल आदि का प्रयोग करना चाहिए।
फर्स्ट एड मास्टर ट्रेनर नरेश पठानिया ने युवाओं को स्वाइन फ्लू की जानकारी देते हुए बताया कि स्वाइन फ्लू एच-1 एन-1 नाम के एक विषाणु के कारण होता है, जोकि सांस के द्वारा एक प्रभावित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। उन्होंने बताया कि इसके लक्षणों में तेज बुखार, खांसी और जुकाम, छींकें आनी जा नाक बहना, गले में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, दस्त व शारीरिक कमजोरी हो सकती है। इससे बचने के लिए मरीज के साथ हाथ मिलाना, गले मिलना या किसी तरह का शारीरिक संपर्क नहीं करना चाहिए।