निगम की लारवाही, बारिश में पड़ रही भारी
नगर निगम की तरफ से बरसात में रोड जालियों की सफाई करके उसके अंदर का कचरा तो निकाल दिया जाता है लेकिन उसे उठाया नहीं जाता है।
जागरण संवाददाता, बठिडा : नगर निगम की तरफ से बरसात में रोड जालियों की सफाई करके उसके अंदर का कचरा तो निकाल दिया जाता है, लेकिन उसे उठाया नहीं जाता है। होता यह है कि कुछ दिनों के बाद जब बारिश होती है तो वह निकाला हुआ कचरा फिर से रोड जालियों में भर जाता है।
वार्ड नंबर 19 के पार्षद बेअंत सिंह रंधावा पिछले दो महीनों से अपने वार्ड के नार्थ एस्टेट क्षेत्र की रोड जालियों की सफाई कराने की मांग कर रहे थे। आखिरकार निगम की ओर से एक सप्ताह पहले रोड जालियों की सफाई कर दी गई। रोड जालियों से निकाला गया कचरा नहीं उठाया। कुछ कचरा तो बीते सोमवार को हुई बरसात के बाद जलभराव होने पर फिर से रोड जालियां में भर गया। बेअंत सिंह रंधावा ने बताया कि रोड जालियों की सफाई के बाद से ही वह कचरा उठाने की मांग कर रहे थे। उसने नगर निगम के मेट से लेकर कमिश्नर तक से बात की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। एक सप्ताह से भी अधिक समय बीत जाने के बाद भी जब रोड जालियों का कचरा नहीं उठाया तो आखिरकार बुधवार को खुद ही उन्हें कस्सी और तसला उठाना पड़ा। उन्होंने ट्रॉली मंगवाकर और क्षेत्र के पांच लोगों को साथ लेकर स्वयं ही यह कचरा उठवाया। यह कचरा उठाने पर उसके 6500 रुपये खर्च हो गए हैं। अगर न उठाते तो बारिश से यह सारी मिट्टी फिर से रोड जालियों में भर जानी थी। कुछ तो बीते सोमवार की बारिश के दौरान रोड जालियों में जा ही चुकी है। निगम का इतना बुरा हाल है कि पिछले वर्ष उसने अपने पल्ले से 35 हजार रूपये खर्च करके रोड जालियां साफ करवाई थीं। निगम अधिकारियों ने कहा कि वह खुद सफाई करवा लें। उसके खर्च की अदायगी करवा दी जाएगी। लेकिन आज तक पिछले साल के बिल की अदायगी नहीं हुई है। आखिरकार अब तो उसने निगम से बिल मांगना ही छोड़ दिया है।