इमरजेंसी वार्ड की माइनर ओटी में एसी बंद
सिविल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड की माइनर ओटी जहां मरीजों के टांके आदि लगाने के अलावा गंभीर अवस्था में आए मरीजों को प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध करवाई जाती है।
संवाद सहयोगी, बठिडा : सिविल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड की माइनर ओटी जहां मरीजों के टांके आदि लगाने के अलावा गंभीर अवस्था में आए मरीजों को प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध करवाई जाती है। वहां पर लगे एसी कई दिनों से खराब पड़े हैं जिसको अब तक ठीक नहीं करवाया गया है। इमरजेंसी में एसी न चलने के कारण हाल ये है कि माइनर ओटी में स्टाफ को पसीना पोंछते हुए मरीजों का इलाज करना पड़ता है। गंभीर हालत में भर्ती होने वाले मरीजों को भी अव्यवस्थाओं की मार झेलनी पड़ती है। इमरजेंसी वार्ड में स्थित माइनर ओटी में लड़ाई झगड़े व सड़क दुर्घटनाओं में गंभीर घायल मरीजों को आपातकालीन स्थिति में इलाज के लिए लाया जाता है। इस दौरान डॉक्टर व स्टाफ द्वारा उनका जल्द से इलाज शुरू किया जाता है, जिसमें इंजेक्शन, मलहम पट्टी, टांके भी लगाए जाते हैं। माइनर ओटी में एसी खराब होने के कारण सर्जरी करते वक्त इस गर्मी भरे मौसम में डॉक्टर व स्टाफ भी पसीने से भर जाते हैं। वैसे मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की गाइडलाइन अनुसार ऑपरेशन थिएटर में एयरकंडीशनर होना लाजमी है। क्योंकि ऑपरेशन थिएटर में 20 से 24 डिग्री सेल्सियस तापमान बरकरार रखना पड़ता है। इससे मरीजों व डॉक्टर को पसीना नहीं आता और संक्रमण का खतरा नहीं रहता। परंतु फिर भी अस्पताल प्रशासन इसकी ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा। बुधवार को भी इमरजेंसी वार्ड की माइनर ओटी में इमरजेंसी में आए मरीजों और स्टाफ को गर्मी के कारण पसीने से लथपथ होना पड़ा। बाद में मरीजों व स्टाफ को थोड़ी सी राहत देने के लिए वहां पर कूलर लगाया गया।
पुराने एसी बदलने की भेजी है डिमांड
एसएमओ डॉ. सतीश गोयल ने कहा कि एसी काफी पुराने होने के कारण कई बार खराब हो चुके हैं और विभाग को नये एसी लगाने के लिए डिमांड भेज दी है। अब फंड आने के बाद ही नई एसी लगाए जाएंगे।