एडहॉक कमेटी की देखरेख में होंगे बठिडा बार एसोसिएशन के चुनाव
पांच अप्रैल को जिला बार एसोसिएशन बठिडा के चुनाव अब बार कांउसिल आफ पंजाब हरियाणा चंडीगढ़ द्वारा गठित चार सदस्यीय एडहॉक कमेटी की देखरेख में होंगे।
जासं,बठिडा
पांच अप्रैल को जिला बार एसोसिएशन बठिडा के चुनाव अब बार कांउसिल आफ पंजाब हरियाणा चंडीगढ़ द्वारा गठित चार सदस्यीय एडहॉक कमेटी की देखरेख में होंगे। चुनाव में किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ी या विवाद न हो सके, इसके लिए यह एडहॉक कमेटी बार काउसिल के रूलस 2017 के मुताबिक शांतिपूर्वक चुनाव करवाएंगी। वहीं रूलस के मुताबिक तीस मार्च तक बठिडा बार एसोसिएशन के सभी सदस्यों का एफीडेविट व नई वोटर लिस्ट भी काउंसिल को भेजेगी। यह जानकारी शुक्रवार को बठिडा बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान व सीनियर एडवोकेट जतिदर राय खट्टर ने दी। उन्होंने बताया कि बार एसोसिएशन के मौजूदा प्रधान गुरइकबाल सिंह चहल द्वारा अपनी मनमर्जी करने व बार एसोसिएशन के खिलाफ जाकर बार काउंसिल के रूलस को तोड़ने की शिकायत बार काउंसिल पंजाब एंड हरियाणा को भेजी थी। जिसमें उन्होंने एडवोकेट चहल पर आरोप लगाया था कि जिलाबार एसोसिएशन की चुनाव में ना तो कोई वोटर लिस्ट प्रोवाइड करवाई गई और रूलस 2017 के मुताबिक नहीं एडवोकेट्स से एफीडेविट लिया गए है। उन्होंने अपनी शिकायत में आशंका जताई थी कि चहल द्वारा रूलस के मुताबिक एडवोकेट के एफीडेविट न लेकर अपने स्तर पर उन्हें मेंबर बनाया जा रहा है, जोकि चुनाव में किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ी कर सकते है। एडवोकेट खट्टर ने बार काउंसिल को भेजी शिकायत में कहा था कि कि बार एसोसिएशन के प्रधान गुरइकबाल सिंह चहल साथी वकीलों को सहयोग ना करने तथा एकतरफा फैसला लेने के रवैये कारण ही बार मेंबरों को ये कदम उठाना पड़ा। उक्त शिकायत के बाद बार काउंसिल की ओर से डीबीए प्रेजिडेंट को निर्देश दिए थे कि निर्धारित समय में वोटर लिस्ट भेजी जाए.लेकिन बार काउंसिल को कोई जानकारी ना देने पर काउंसिल ने चार मेंबरी कमेटी का गठन किया गया है। जिसमें एडवोकेट राजभूपिदर सिंह सिद्धू,एडवोकेट रणजीत सिंह जलाल, एडवोकेट जसवीर सिंह तथा एडवोकेट नवदीप सिंह जीदा शामिल हैं। यह कमेटी अपने तरीके से चुनाव कराएगी। उन्होंने बताया कि बार की एकता व भलाई के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। वहीं बार की एकता को फिर से कायम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि चुनाव की सभी प्रकिया नए सिरे से होगी और पुराने रिटर्निग आफिसर की अगुवाई में चुनाव होंगे। -----
यह था पूरा मामला
विरोधी ग्रुप ने प्रधान के खिलाफ पास किया था मता
14 मार्च को बार एसोसिएशन के वकीलों के एक ग्रुप ने मता पास कर प्रशासन की कार्रवाई के विरोध में किए जा रहे संघर्ष में बार प्रधान पर सहयोग ना करने तथा नकारात्मक रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए बार काउंसिल पंजाब एंड हरियाणा चंडीगढ़ को शिकायत भेजी थी। शिकायत में बार मेंबरों ने बताया कि बिना किसी नोटिस के प्रशासन की टीम ने वकीलों के चैंबरों को गिरा दिया था। इसके विरोध में डीबीए ने 11 मार्च से वर्क सस्पैंड किया हुआ था। अपनी शिकायत में बार मेंबरों ने आरोप लगाया था कि इस प्रोटेस्ट तथा प्रदर्शन में बार प्रधान चहल सहयोग ना देते हुए नकारात्मक रवैया अपनाया है। इतना ही नहीं प्रधान ने अपने निजी हितों के लिए जिला प्रशासन की कार्रवाई का विरोध करने की बजाए वकीलों के प्रोटेस्ट को खत्म करने का एलान कर दिया। वकीलों ने बार रूम में मीटिग कर सर्वसम्मति से मता पास करते हुए एक एक्शन कमेटी बनाने का फैसला किया। जिसमें बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान एडवोकेट जतिदर राय खट्टर को कन्वीनर बनाया गया। इसके अलावा पूर्व बार प्रधान रणजीत सिंह जलाल, पूर्व प्रधान जसवीर सिंह, एडवोकेट वरिदर शर्मा पूर्व सचिव तथा एडवोकेट जसविदर तुंगवाली पूर्व ज्वाइंट सचिव को मेंबर चुना गया। इसके बाद वकीलों ने कमेटी के नेतृत्व में कोर्ट परिसर के गेट पर रोष धरना भी दिया। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि बार प्रधान उनके धरने में भी नहीं पहुंचे और ना ही उनके प्रोटेस्ट में कोई सहयोग किया। इसी के बाद बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान एडवोकेट जतिदर राय खट्टर ने साथी वकीलों के सहयोग से बार प्रधान के खिलाफ शिकायत भेजकर मामले में दखल देने की बात कही थी। जिसके बाद बार काउंसिल ने प्रधान को नोटिस जारी कर 18 मार्च को निजी तौर पर काउंसिल के सामने पेश होकर अपना पक्ष रखने की बात कही थी, लेकिन वह पेश नहीं हुए थे।