शिक्षा विभाग ने आदर्श स्कूल में दो खाली पदों के लिए भेजे 22 शिक्षक
शिक्षा विभाग एक बार फिर से चर्चा में आ गया है।
ज्योति बबेरवाल, बठिडा
शिक्षा विभाग एक बार फिर से चर्चा में आ गया है। विभाग ने बठिडा के कैनाल कालोनी स्थित आदर्श स्कूल में खाली पड़े दो अध्यापकों के पद पर एक साथ विभिन्न स्कूलों से 22 टीचरों का तबादला कर दिया है। सभी टीचर ज्वाइन करने के लिए स्कूल पहुंचने लगे हैं। ऐसे में स्कूल प्रबंधक दुविधा में पड़ गए हैं कि वह किन दो टीचरों को स्कूल में ज्वाइन करवाएं जबकि तबादला होकर आए 22 में ज्यादा टीचर राजनीतिक नेताओं से भी ड्यूटी ज्वाइन करवाने के लिए विभाग के उच्चाधिकारियों से लेकर स्कूल प्रबंधकों के पास सिफारिश तक करवा रहे हैं। आदर्श माडल स्कूल के अध्यापक असमंजस में पड़ गए हैं। शिक्षा विभाग के जारी पत्र से यह सवाल पैदा होता है कि अगर दो पोस्टों समेत 22 नए अध्यापक ज्वाइन करते हैं, तो क्या पहले कार्य कर रहे अध्यापकों की बलि ली जाएगी। वहीं इसी तरह ही टीचर कालोनी में भी एक इस प्रकार का मामला है, जिसमें 150 बच्चों पर आठ अध्यापकों को तैनात कर रखा है, जबकि शिक्षा विभाग की पालिसी के अनुसार 40 बच्चों पर एक अध्यापक होना जरूरी है। जबकि दूसरी तरफ शिक्षा मंत्री विजयइंद्र सिगला आनलाइन पारदर्शी बदलियों के दावे करते हैं।
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तबादला बन अध्यापकों के लिए सिरदर्द
अध्यापकों की बदली मेरिट अंकों के आधार पर की जाती है, लेकिन इन 22 अध्यापकों की मेरिट 81 अंकों से शुरू होकर 124 अंकों तक पहुंचती है। विभिन्न मेरिट अंकों वाले इन 22 अध्यापकों की बदली एक ही स्कूल की दो खाली पोस्टों पर हो जाने पर बदली नीति की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर रही है। शिक्षा विभाग की ओर से की गई यह बदलियां स्कूल में पहले से सेवाएं निभा रहे अध्यापकों के लिए सिरदर्दी बन गई हैं, क्योंकि उन्होंने अपनी पदों के सरप्लस होने का डर सता रहा है। शिक्षा विभाग ने 27 मार्च को पहले ही एक पत्र जारी कर निर्देश जारी कर दिए हैं, कि जिन अध्यापकों की बदली पहले दौर में हो चुकी है। उनको ज्वाइन करवाना जरूरी होगा।
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उच्च अधिकारियों से की जाएगी बात
यह मामला अभी ही सामने आया है। इस संबंध में विभाग के उच्च अधिकारियों से भी बात की जाएगी। इस मसले का हल निकालने की जल्द से जल्द कोशिश की जाएगी।
-शिवपाल गोयल, जिला शिक्षा अधिकारी प्राइमरी