ज्यादा ब्याज देने का लालच देकर डॉक्टर से ठगे तीस लाख
ब¨ठडा के एक डॉक्टर के साथ हरियाणा के सिरसा जिले के लोगों ने 30 लाख की ठगी की है।
जासं, ब¨ठडा : ब¨ठडा के एक डॉक्टर के साथ हरियाणा के सिरसा जिले के लोगों ने 30 लाख की ठगी की है। इस मामले में थाना सिविल लाइन में सिरसा जिले के चार आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर किया है। प्रेगमा अस्पताल के मालिक डॉ. गुरसेवक ¨सह ने इस संबंधी ब¨ठडा के एसएसपी को शिकायत दर्ज करवाई गई थी।
पुलिस को दिए गए बयानों में डॉ. गुरसेवक ¨सह गिल ने बताया कि अगस्त 2015 में गुरतेज ¨सह निवासी ¨सहपुरा, उसकी पत्नी सिमरजीत कौर व मंदर ¨सह निवासी देसू मलकाणा उनको मिलने के लिए उनके अस्पताल प्रेगमा में आए। उन्होंने बताया कि उन्होंने जेनियल हेल्थकेयर एग्रो इंडिया लिमिटेड नामक कंपनी बनाई हुई है। उन्होंने बताया कि वे मार्केट से प्रोडक्ट खरीद कर उन पर लेवल लगाकर महंगे दाम में सेल करते हैं। इससे उनको अच्छा मुनाफा हो रहा है। उन्होंने कहा कि वे अगर उनको कुछ रुपये दे दें तो वे और ज्यादा सामान खरीद कर उनको आगे बेच देंगे और उनके पैसे एक साल बाद लौटा देंगे। डॉ. गिल ने उनकी बात मानने से इंकार कर दिया। लेकिन वे बार-बार उनको मिलते रहे और उनको विश्वास दिलाते रहे कि उनका बिजनेस बढि़या चल रहा है। उन्होंने डाक्टर को कंपनी के दस्तावेज भी दिखाए। उसके मुताबिक इस कंपनी में कुल सात लोगों के शेयर हैं। इसमें गुरतेज ¨सह के 80 फीसद, सिमरजीत कौर के आठ फीसद, बल¨वदर ¨सह के 8 फीसद, मंदर ¨सह के एक फीसद व अन्य तीन लोगों के एक-एक फीसद शेयर थे। इसके बाद वह उन पर विश्वास कर बैठे और उनको पैसे देने के लिए राजी हो गया। 22 सितंबर 2015 को वे उनसे 30 लाख रुपये नगद ले गए। लेकिन एक साल बाद पैसे लौटने से साफ इंकार कर दिया। डॉ. गिल को अब पता चला कि यह कंपनी फर्जी थी। आरोपितों ने डॉ. गिल को बैंक ब्याज से ज्यादा ब्याज देने का झांसा देकर ठगी की।।
डॉ. गिल ने 29 अगस्त 2017 को ब¨ठडा के एसएसपी को लिखित शिकायत दी और उनके साथ हुई ठगी के बारे में बताया। लेकिन इंक्वायरी व राजीनामे के नाम पर एक साल तक मामला ही दर्ज नहीं किया गया। उन्होंने आरोपितों पर कार्रवाई करने की अपील की। एसएसपी की ओर से जांच ईओ ¨वग को मार्क कर दी गई और सभी आरोपितों ने हाजिर होकर ठगी की बात स्वीकार की। उन्होंने इकरार किया कि पांच लाख रुपये 15 नवंबर 2017 को देंगे जबकि बाकी के 25 लाख रुपये के तीन माह बाद पांच पांच लाख के 6 चेक दिए गए। इकरारनामे के मुताबिक उन्होंने पहला चेक लगाया तो वह बाउंस हो गया। इसके बाद बाकी के भी सभी चेक बाउंस हो गए। जब आरोपित गुरतेज ¨सह से इस बारे में पूछा तो उसने जान उन्हें मार देने की धमकियां दी।