मेला माता माइसरखाना में उमड़े श्रद्धालु, मां ज्वाला जी की ज्योत के दर्शन
नवरात्रों की छठी को लगने वाला मेला माता माइसरखाना वीरवार को शुरू हो गया।
संवाद सूत्र, मौड़ मंडी : नवरात्रों की छठी को लगने वाला मेला माता माइसरखाना वीरवार को शुरू हो गया। इस दौरान दूर दराज से बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने माता के दरबार में दर्शन कर दुआएं मांगी। दूसरी तरफ मेले को लेकर प्रशासन की ओर से सुरक्षा के भी कड़े प्रबंध किए गए। मान्यता है कि उक्त मंदिर में मुराद मांगने पर देवी मां हर मनोकामना पूरी करती हैं। यह मेला रात 12 बजे ज्वाला जी ज्योति पूजन के साथ शुरू हो गया था। यह मेला दो से तीन दिन तक चलता रहता है। हिदू-सिख एकता का प्रतीक मेला माइसरखाना अस्सू व चैत्र के नवरात्रों दौरान छठे नवरात्रे को लगता है। इस दिन मेले में हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल, दिल्ली, चंडीगढ़ के अलावा देश के दूसरे हिस्सों में से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पंहुच कर मां ज्वाला जी की ज्योति के दर्शन किए। मंदिर के पुजारी ने बताया कि प्राचीन दुर्गा मंदिर 500 सालों से आस्था का केंद्र बना हुआ है। यहां लाखों श्रद्धालुओं के दुख दूर हुए हैं। छठे नवरात्र का माईसरखाना में विशेष महत्व है। इस दिन प्राचीन दुर्गा मंदिर में ज्वाला मां की ज्योति का प्रवेश रहता है। इस दिन जो भक्त सच्चे मन के साथ माता जी के सामने कामना करता है उसकी हर इच्छा पूरी होती है। मेले दौरान मंदिर में बने तलाब में स्नान करने से रोग दूर होते हैं और नवजन्मे बच्चों की झंड उतरवाने की भी रीत है। मेले दौरान श्रद्धालुओं के रहने, खाने-पाने आदि का सारा प्रबंध समाजसेवी संस्थाओं की तरफ से किया गया। 800 किलो चांदी के साथ सजा मां का दरबार
माता माईसरखाना मेले के दौरान जहां माता का दरबार 800 किलो चांदी के साथ सजाया गया है वहीं माता के मंदिर का बाहरी ²श्य भी सुंदर लाइटों के साथ श्रद्धालुओं का मन मोह रहा है। रंग बिरंगी लाइटों के साथ सजे मंदिर के साथ-साथ सारा गांव का वातावरण सुंदर लग रहा था।