ग्रामीणों को कम शहरी को ज्यादा डंक मार रहा है डेंगू मच्छर
अक्टूबर का पहला सप्ताह भी बीत जाने के बाद जिले में डेंगू का प्रकोप जारी है।
नितिन सिगला, बठिडा : अक्टूबर का पहला सप्ताह भी बीत जाने के बाद जिले में डेंगू का प्रकोप जारी है। जिले में अब तक 67 लोगों को डेंगू का डंक लगा है। इनमें सबसे अधिक 49 मरीज बठिडा सिटी के है। इस बार डेंगू का कहर शहरी क्षेत्र में ज्यादा, जबकि ग्रामीण एरिया में कम है। केवल बठिडा शहर की बात करे, तो 67 में केवल 49 मरीज शहरी क्षेत्र है, जबकि जिले के छह ब्लाक में महज 18 डेंगू के मरीज सामने आए है। इतना ही सेहत विभाग द्वारा डेंगू को लेकर किए गए सर्वे की रिपोर्ट पर देखें, तो डेंगू का लारवा भी सबसे ज्यादा शहरी के घर में रखे कूलर व फ्रिज से मिला है। जिले में डेंगू के साथ-साथ मलेरिया के मरीजों की संख्या प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, जोकि सेहत विभाग के लिए एक चिता का विषय है।
----------- जिले में मलेरिया के मिल चुके है 153 मरीज
इस साल जिले में अब तक 67 डेंगू मरीजों की पुष्टि हो चुकी है, इसमें बठिडा अर्बन में 49, गोनियाना मंडी में 5, तलवंडी साबो में 4, भगता भाईका में 3, नथाना में 2, बालियांवाली में 2 और संगत मंडी से 2 डेंगू के मरीज मिल चुके है। इसी तरह बठिंडा जिले में मलेरिया के 153 मरीज मिल चुके है, जिसमें सबसे ज्यादा मरीज गोनियाना मंडी से 29 मिले है। वहीं संगत मंडी से 27, तलवंडी साबो 26, बठिंडा शहर से 25, बालियांवाली से 20, भगता भाईका से 18 और नथाना से 8 मलेरिया के मरीज मिल चुके है।
डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में टीमें लगातार दौरा कर रही हैं। लोगों को बीमारी से बचाव के प्रति जागरूक किया जा रहा है। गौर हो कि डेंगू बरसात के मौसम में ज्यादा फैलता है। डेंगू का मच्छर दिन में खासकर सुबह के वक्त काटते हैं। वहीं अगर रात में रोशनी ज्यादा है तो भी यह मच्छर काट सकते हैं। इसलिए सुबह और दिन के वक्त इन मच्छरों का ज्यादा ध्यान रखें। एडीज मच्छर बहुत ऊंचाई तक नहीं उड़ पाता। इंसान के घुटने के नीचे तक ही पहुंच होती है। इसलिए शरीर को पूरा ढकने वाले कपड़े पहनें ताकि मच्छर से बच सके। सुबह के वक्त पांवों को पूरा ढककर रखें। डेंगू का मच्छर गंदी नालियों में नहीं बल्कि साफ सुथरे पानी में पनपते हैं, साफ सुथरे शहरी इलाकों में रहने वाले लोगों को इसका ज्यादा खतरा रहता है।