पराली को आग लगाने वाले कर्मियों पर होगी कार्रवाई
वातावरण की शुद्धता को मुख्य रखते हुए किसानों को धान की पराली को आग न लगाने के लिए जागरूक किया जाए।
जासं, बठिडा : धान की पराली के संभाल के प्रबंधों को लेकर डीसी बी श्रीनिवासन की ओर से संबंधित विभागों के अधिकारियों को हिदायत की गई कि वातावरण की शुद्धता को मुख्य रखते हुए किसानों को धान की पराली को आग न लगाने के लिए जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकारी मुलाजिम, जिनके द्वारा खेती की जाती है, वह हर हाल में जीरो बर्निंग से संबंधी रिपोर्ट भेजना यकीनी बनाएं। वहीं अगर सरकारी अधिकारी या मुलाजिम धान की पराली को जलाता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। डीसी ने बताया कि जिले में धान की पराली के अवशेष को जलाने से बचाने के लिए 40 टीमों का गठन किया गया है। इसके अलावा जिले में 25 कोऑर्डिनेटर लगाए गए हैं, जिनको 10-10 गांव अलॉट किए गए हैं। उनके साथ है पंचायत सचिव, सहकारी सभाओं के सचिव व खेतीबाड़ी विभाग के अधिकारी व कर्मचारी सहयोग देंगे। इन टीमों द्वारा गांव स्तर पर किसानों को जागरूक किया जाएगा। इस दौरान मुख्य खेतीबाड़ी अफसर डॉ. गुरादित्ता सिंह सिद्धू ने बताया कि इस सीजन के दौरान 794 नई मशीन नई अकेले किसानों व 1743 मशीनें कस्टम हायरिग सेंटर द्वारा मुहैया करवाई जा रही है। जबकि गत वर्ष 2001 मशीनों पर सब्सिडी दी गई थी, जिनमें से 531 मशीनें सोसायटी को 80 फीसद सब्सिडी पर दी गई। इस मौके पर एडीसी डी परमवीर सिंह, एडीसी जनरल सुखप्रीत सिंह सिद्धू भी मौजूद थे।