प्रदूषणमुक्त धरती के लिए प्रयास करने की आवश्यकता: प्रो. तिवारी
अंतरराष्ट्रीय पृथ्वी दिवस-2021 के अवसर पर पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय में वेबिनार करवाया गया।
जागरण संवाददाता बठिडा: अंतरराष्ट्रीय पृथ्वी दिवस-2021 के अवसर पर पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, बठिडा (सीयूपीबी) के भूविज्ञान विभाग द्वारा कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी के संरक्षण में अंतरराष्ट्रीय प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता और 'भूकंप रोधी समाज के विकास' विषय पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित भूभौतिकीविद् पद्म प्रो. हर्ष के गुप्ता (अध्यक्ष, जियोलाजिकल सोसायटी आफ इंडिया, बेंगलूर) थे।
अंतरराष्ट्रीय धरती माता प्रश्नोत्तरी (इंटरनेशनल मदर अर्थ क्विज) में भारत के लगभग सभी राज्यों और 10 अन्य देशों से 3175 प्रतिभागियों ने भाग लिया। डा. फेलिक्स बास्त द्वारा संचालित इस प्रतियोगिता के दौरान प्रतिभागियों ने सतत विकास, जलवायु परिवर्तन, पृथ्वी ग्रह और जैवविविधता के विषयों पर 30 प्रश्न पूछे गए। जयकृष्णन वी एम (केरल), हनी कुमार (पंजाब) और सूरज शर्मा (दिल्ली एनसीआर) ने इस प्रतियोगिता में क्रमश: पहला, दूसरा और तीसरा स्थान प्राप्त किया।
मुख्य वक्ता पद्म प्रो. हर्ष के गुप्ता ने पिछली कुछ शताब्दियों में आए भूकंपों का विवरण साझा किया। उन्होंने विकास परियोजनाओं को प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षित बनाए रखने के लिए शहरी विकास परियोजनाओं में 'आपदा जोखिम न्यूनीकरण प्रोटोकाल' को सख्ती से लागू करने की आवश्यकता पर बल दिया।
वहीं कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी ने बताया कि प्रो. गुप्ता भूकंप विज्ञान के क्षेत्र में महानतम वैज्ञानिकों में से एक हैं। पिछले कुछ दशकों में हमारी धरती माता मानव सभ्यता के रहने के लिए अनुपयुक्त होती जा रही। इसका मुख्य कारण धरती पर प्रदूषण में वृद्धि है। उन्होंने पृथ्वी के सभी क्षेत्रों जैसे वायुमंडल, जलमंडल, थलमंडल और जीवमंडल को सुरक्षित रखने के लिए सतत विकास साधनों को अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।