कोरोना से डरे अफसर, डीसी एसडीएम दफ्तर को जाने वाले मिनी सचिवालय के कॉरिडोर बंद
कोरोना की अफसरशाही में एंट्री होने के बाद जिले के बाकी अफसरों में भी अब डर बैठ गया है।
साहिल गर्ग, बठिडा : कोरोना की अफसरशाही में एंट्री होने के बाद जिले के बाकी अफसरों में भी अब डर बैठ गया है। जिला सेशन जज के पॉजिटिव आ जाने के बाद अब जिला प्रबंधकीय परिसर डीसी, एसडीएम समेत बड़े अफसरों के दफ्तरों को जाने वाले कोरिडोर बंद कर दिए गए हैं। हालांकि इन दफ्तरों को जाने वाले एक रास्ते को खोला गया है। मगर उसमें से भी तभी जा सकेंगे, जब बहुत ही जरूरी हो। जबकि लोगों की दरखास्तें लेने के लिए डीसी व एसडीएम दफ्तर के बाहर मुलाजिमों को काउंटर लगाकर बिठाया गया है, जिनके द्वारा दरखास्तें लेकर टोकरियों में डाली जा रही हैं। वहीं डीसी मीटिग हाल को जाने वाले रास्ते को तो गेट पर ताला लगाकर ही बंद कर दिया है। इसके अलावा पब्लिक डीलिग का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक रखा गया है, लेकिन वह भी जरूरी होने पर ही होगा।
प्रशासनिक अधिकारियों की तरफ से दफ्तरों को जाने वाले रास्तों के कॉरिडोर बंद कर देने के बाद मंगलवार को लोगों को काफी परेशानी हुई। जबकि सबसे ज्यादा परेशान तो पेंशन दफ्तर में जाने वाले लोग हुए। वह अक्सर ही फूड सप्लाई दफ्तर की सीढि़यों से होकर जिला सामाजिक सुरक्षा दफ्तर में जाते हैं। मगर अब वह बंद होने के कारण उनको बाहर के रास्ते से जाना पड़ेगा। वहीं एसडीएम दफ्तर में जाने के लिए मुख्य गेट से ही एक रास्ता छोड़ा गया है। इसी प्रकार डीसी दफ्तर को जाने के लिए भी एक ही रास्ता है। दूसरी तरफ तहसील दफ्तर में भी लोगों की गिनती को कम करने के लिए कई प्रकार के इंतजाम किए गए हैं। बेशक सभी दफ्तरों के बाहर सैनिटाइजर मशीन भी लगाई गई है, लेकिन इसके बाद भी दफ्तरों में आने वाले लोगों की गिनती कम नहीं हो रही है। इसी प्रकार फूड सप्लाई दफ्तर में भी लोगों की एंट्री को बंद कर दिया गया है। यहां पर है सबसे ज्यादा जरूरत
बठिडा के डीसी, एसडीएम समेत अन्य अफसरों के दफ्तरों को जाने वाले रास्तों को बेशक बंद कर दिया गया है। लेकिन इसकी जहां पर सबसे ज्यादा जरूरत है, वहां पर इसका कोई प्रबंध नहीं किया गया। इसमें एक तो सुविधा सेंटर हैं, जहां पर हर प्रकार के लोग आते हैं। बेशक अंदर लोगों की गिनती को कम करने के लिए बाहर सिक्योरिटी गार्ड भी तैनात किया गया है, जिसके द्वारा थोड़े थोड़े लोगों को अंदर जाने के लिए दिया जाता है। मगर इसके बाद भी सुविधा सेंटर में काफी भीड़ जमा हो जाती है। इसी प्रकार के हालात आरटीए दफ्तर में भी हैं, जहां पर सबसे ज्यादा भीड़ तो चालान भरने वालों की होती है। यहां पर चालान भरने के लिए तीन दिन सोमवार, बुधवार व शुक्रवार तय किए गए हैं। जबकि दफ्तर में 10 हजार के करीब चालान पेंडिग हैं। ऐसे में अपने चालान निकलवाने के लिए इन दिनों में लोग काफी आ जाते हैं। जिनमें किसी भी प्रकार की शारीरिक दूरी नहीं रहती। इसके अलावा हाई सिक्योरिटी नंबरप्लेटें लगाने वाले दफ्तर, सिविल अस्पताल, नगर निगम के भी यही हालात हैं। तहसील में बॉयोमीट्रिक सिस्टम रहेगा बंद सरकार की ओर से जारी किए नोटिफिकेशन के अनुसार ऑनलाइन दस्तावेजों के रजिस्ट्रेशन के काम में बॉयोमीट्रिक सिस्टम अभी भी कोरोना वायरस के कारण बंद रहेंगे तो वसीयत के दस्तावेजों को पहले की तरह ही सिस्टम के द्वारा ऑनलाइन तस्दीक किया जाएगा। इसके अलावा अन्य दस्तावेजों को ऑनलाइन रजिस्टर्ड करने के लिए बेचने वाले व्यक्ति व तस्दीक करवाने वाले की फोटो रियल टाइम व ऑनलाइन पहले की तरह ही ली जाएगी। जबकि उसके साथ संबंधित खरीददार, दूसरा पक्ष व गवाहों की ताजा पासपोर्ट साइज की सेल्फ अटेस्टेड फोटो दस्तावेजों पर लगाई जाएंगी। नए नियमों में है कार्रवाई का प्रावधान
पंजाब सरकार की ओर से लोगों में भीड़ कम करने के लिए नए नियम तैयार किए हैं। इसके तहत एक जगह पर पांच से ज्यादा लोग इकट्ठा नहीं हो सकते तो शादी समारोह में 30 से ज्यादा लोगों के जाने पर रोक लगाई गई है। वहीं इनका उल्लंघन करने पर एफआइआर भी दर्ज होगी।