फिर से बढ़ने लगे कोरोना मरीज
जिले में कोरोना के मामले धीरे-धीरे बढ़ने लग गए हैं।
नितिन सिगला, बठिडा : जिले में कोरोना के मामले धीरे-धीरे बढ़ने लग गए हैं। अक्टूबर के पहले सप्ताह से लेकर तीसरे सप्ताह तक हररोज 50 से कम मरीज आ रहे थे। वहीं नवंबर के पहले सप्ताह में रोजाना एक हजार सैंपलों की जांच में ही 50 से अधिक मामले आने लगे हैं। विभाग की ओर से सोमवार को जांच के लिए भेजे गए सैंपलों में से 50 लोग कोरोना पाजिटिव पाए गए। कम सैंपल की जांच में केस अधिक आना कोरोना की दूसरी लहर की आहट की तरफ इशारा कर रहे हैं। नए मामलों के बढ़ने से एक्टिव केस भी बढ़ गए हैं। एक सप्ताह पहले तक जिले में एक्टिव केसों की संख्या 300 के करीब रह गई थी, जो रविवार को बढ़कर 400 हो गई है। सेहत विभाग के अनुसार एक्टिव केसों में निजी अस्पतालों में व सिविल अस्पताल में मरीज भर्ती हैं और जबकि ज्यादा तरह मरीज होम आइसोलेट हैं। लोग दिखाने लगे लापरवाही
सेहत विभाग के अधिकारियों की मानें तो कोरोना के मामलों में कमी आने के बाद लोगों ने लापरवाही बरतनी शुरू कर दी है। बाजारों व भीड़भाड़ वाले इलाकों में लोग बिना मास्क के घूम रहे हैं। फिजिकल डिस्टेंसिग का भी लोग पालन नहीं कर रहे हैं। लोगों को लग रहा है कि कोरोना खत्म हो गया है। यही भूल जिले में कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी की वजह बन सकती है। सेहत विभाग के सरकारी रिकार्ड के अनुसार जिले में 91250 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं, जिसमें 7776 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव है, जबकि 6276 मरीज ठीक हो चुके हैं। वहीं 164 लोगों की कोरोना के कारण मौत हो गई, जबकि मौजूदा समय में जिले में 414 मरीज एक्टिव हैं। इस समय जिले में कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की दर पिछले दो दिन में कम होकर 94.26 फीसद पर आ गई है। शुक्रवार को यह 94.66 प्रतिशत थी। ठंड की दस्तक के साथ
बढ़ने लगा कोरोना वायरस
सर्दी के साथ ही कोरोना संक्रमण की दर बढ़ने लगी है। नवंबर के 16 दिन में कोरोना वायरस के 714 मरीज मिले हैं जबकि ठीक 597 हुए हैं। इस महीने की पहली तारीख को 65 मरीज थे तो 16 नवंबर को 50 मरीज मिले। कोरोना संक्रमण का खतरा एक बार फिर बढ़ने लगा है। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि शहर में संक्रमण का दूसरा फेज शुरू हो गया है। सितंबर के मुकाबले अक्टूबर में कोरोना संक्रमित मरीज काफी कम मिले हैं। इतना ही नहीं कोरोना के कारण दम तोड़ने वाले मरीजों की बढ़ने लगे है। पिछले तीन दिनों में छह मरीज कोरोना के कारण दम तोड़ चुके है।
लोग मास्क पहनेंगे तो वायरस से भी बचे रहेंगे डा. परमिदर बांसल का कहना है कि कोरोना का खतरा टला नहीं है। जिले में फिर से कोरोना मरीज बढ़ने लगे है। ऐसे समय में हमें कोरोना से ठीक हुए मरीज और जो दूसरी बीमारियों से पीडित हैं उनका विशेष ध्यान रखना है। ऐसे मरीजों को हरी पत्तेदार सब्जियों के सेवन के साथ ही मौसमी फलों का अधिक इस्तेमाल करना है। गुनगुने पानी का इस्तेमाल नियमित करते रहें। मौसमी फलों को खूब इस्तेमाल करना है। लोगों को मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से करना है। मास्क पहनने से वायरस के सीधे संपर्क में आने से बचा जा सकता है। इसलिए लोगों से कहा जा रहा है कि इस समय कोरोना से बचने के लिए दो गज की दूरी और मास्क जरूरी है।