ठेका कर्मचारियों का रोष मार्च के बाद वित्तमंत्री के दफ्तर आगे धरना
झंडियों के साथ रोष मार्च कर राज्य के वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के दफ्तर के सामने धरना दिया गया।
संस, बठिडा : ठेका मुलाजिम संघर्ष मोर्चा की तरफ से रविवार को रोज गार्डन से चलकर काली झंडियों के साथ रोष मार्च कर राज्य के वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के दफ्तर के सामने धरना दिया गया। इस दौरान नेता जगरूप सिंह, गुरविदर सिंह, जगसीर सिंह, खुशदीप सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार एक तरफ एक लाख नौकरियां देने की बात कर रही है, वहीं दूसरी तरफ सभी विभागों में निजीकरण की नीति तहत पदों का बड़े स्तर पर खात्मा किया जा रहा है। नेताओं ने कहा कि कैप्टन सरकार समूह विभाग के ठेका कर्मचारी को पक्का करने व घर घर नौकरी देने का वादा कर सत्ता में आई थी, लेकिन पंजाब सरकार की तरफ से अपने कार्यकाल के लंबे चार सालों में किसी भी विभाग के ठेका कर्मचारी को पक्का नहीं किया गया। बल्कि समूह विभागों में ठेका कर्मचारियों को छांटी की जा रही है। कैप्टन सरकार वेलफेयर एक्ट 2016 को लागू करने की जगह पर इसको तोड़कर वेलफेयर एक्ट 2020 लाने में लगी है। जबकि थर्मल प्लांट, जल सप्लाई व सैनिटेशन, पावरकाम जोन बठिडा, ट्रांस्को, पनबस, रोडवेज, वाटर सप्लाई व सीवरेज बोर्ड, मनरेगा, पंजाब बिल्डिंग एंड अदर कंस्ट्रक्शन वर्क्स वेलफेयर बोर्ड, 108 एबुलेंस, पीएचएससी व शिक्षा विभाग के आदि विभागों में आउटसोर्सिंग व ठेका प्रणाली तहत बड़ी संख्या में ठेका कर्मचारी पिछले लंबे समय से लगातार कार्य कर रहे हैं। वे अपने विभागों में पक्का करने की मांग कर रहे हैं। इसके बावजूद सरकार ठेका कर्मचारियों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं कर रही। नेताओं ने मांग की कि ठेका कर्मचारी को वेलफेयर एक्ट 2016 के अधीन रेगुलर किया जाए। ठेका कर्मचारियों को छांटी बंद की जाए, नए किरत कानून को रद कर लेबर वेज कोड 1948 लागू किया जाए। इस दौरान ठेका कर्मचारियों की तरफ से आने वाले दिनों में गांवों व शहरों में झंडा मार्च निकालने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि 26 नवंबर को ठेका कर्मचारियों की तरफ से हड़ताल कर डीसी दफ्तर के सामने रोष प्रदर्शन किया जाएगा।
इस दौरान रंग सिंह, रेशम सिंह, हरजिदर बराड़, कृष्ण कुमार, राम लाल, बलजिदर, जगजीत बराड़, लवप्रीत बेगा, बलविदर कोटड़ा, भगत सिंह, यादविदर मेहराज भी शामिल थे।