कंप्यूटर अध्यापकों ने दिया धरना
कंप्यूटर अध्यापकों की ओर से डीसी के जरिए मुख्यमंत्री को मांगपत्र भेजा गया।
संसू, मानसा: कंप्यूटर अध्यापक यूनियन पंजाब के आह्वान पर जिलाध्यक्ष अमृतपाल गर्ग, महासचिव जफरदीन खान व हरविद्र सिंह, सीनियर उपाध्यक्ष गुरप्रीत सिंह की अगुआई में डीसी के जरिए मुख्यमंत्री को मांगपत्र भेजा गया। इसमें मांग की गई कि कोरोना ड्यूटी दौरान मारे गए कंप्यूटर अध्यापक कुलवंत सिंह के परिवार को 50 लाख रुपये एक्स ग्रेशिया मुआवजा दिया जाए।
अध्यापकों ने कहा कि कुलवंत सिंह के परिवार को 50 लाख रुपये एक्स ग्रेशिया, पारिवारिक सदस्य को सरकारी नौकरी व उनकी दोनों बेटियों की सारी पढ़ाई मुफ्त की जाए। सरकार अध्यापकों को जारी नियुक्ति पत्र को तुरंत लागू करते बिना शर्त शिक्षा विभाग में मर्ज करे। अगर सरकार ने मांगें न मानी तो अध्यापकों द्वारा आने वाले समय में सख्त एक्शन किया जाएगा। यहां जगराज सिंह, निर्मल सिंह, सतप्रताप सिंह, कर्मजीत सिंह, राजदीप मोदगिल, उपकार बंसल, पलविद्र सिंह, प्रीतम सिंह, मंजू बत्रा, सर्वजीत कौर, राजिद्र कौर, कुलदीप सिंह, राजीव कुमार, परविद्र कौर, सोनिया सिगला, कन्नुप्रिया, नीतू बरमा, प्रितपाल कौर, मनप्रीत कौर, कुलविद्र सिंह, बिक्रमजीत सिंह, रणजीत कुमार, राजेश कुमार, कुसुम गर्ग, जगतार सिंह, तेगपाल सिंह आदि उपस्थित थे। खेत मजदूरों वित्तमंत्री के कार्यालय तक किया रोष मार्च विधानसभा चुनाव में मजदूरों के साथ किए वादे पूरे करने तथा अन्य मांगों को लेकर मंगलवार को ग्रामीण तथा खेत मजदूर संगठनों के साझा मोर्चा की ओर से रैली करने के बाद वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल के कार्यालय तक रोष मार्च किया गया। यहां पर उन्होंने अपनी मांगों से संबंधित वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल के स्टाफ को मांग पत्र सौंपा।
साझा मोर्चा की ओर से रोष मार्च से पहले रोज गार्डन के नजदीक की गई रैली के दौरान देहाती मजदूर सभा के प्रकाश सिंह नंदगढ़ व मिट्ठू सिंह घुद्दा, पंजाब खेत मजदूर यूनियन के जोरा सिंह नसराली व मास्टर सेवक सिंह मेहमा सरजा, क्रांतिकारी पेंडू मजदूर यूनियन के सुखपाल सिंह ख्यालीवाला व गुरदीप सिंह भोखड़ा, मजदूर मुक्ति मोर्चा के हरविदर सिंह सेमा व प्रितपाल सिंह, पंजाब खेत मजदूर सभा की जसवीर कौर सरां व काका सिंह मोहलां, क्रांतिकारी पेंडू मजदूर यूनियन के कुलवंत सिंह व जगजीत सिंह महराज आदि नेताओं ने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव के दौरान घर-घर रोजगार देने, मजदूरों के कर्ज तथा बिजली बिल माफ करने, पेंशनों में वृद्धि करने, राशन डिपो से गेहूं, चाय पत्ती, चीनी, दाल व देसी घी के पैकेट देने के वादे किए थे, लेकिन सत्ता में आने के बाद सरकार इन वादों को पूरा करने में बुरी तरह से फेल हुई है। कांग्रेस के राज में मजदूरों पर सामाजिक अत्याचार भी पहले से कई गुना ज्यादा हो गया है। अधिकार मांगते लोगों पर लाठियां बरसाई जा रही हैं। उन्होंने मजदूरों के सभी कर्जे तथा बिजली बिल माफ करने, मजदूरों को 10-10 मरले के प्लाट तथा मकान निर्माण के लिए पांच लाख रुपये की ग्रांट देने, विधवा व बुढ़ापा पेंशन पांच हजार रुपये महीना करने की मांग। नेताओं ने कहा कि अगर यह मांगें पूरी नहीं की गई तो पटियाला में साझा मोर्चा की ओर से कड़ा संघर्ष किया जाएगा। नौ से 11 अगस्त तक पटियाला मोर्चे में हजारों की गिनती में मजदूर शामिल होंगे।