लाइन पार एरिया में चलाई मिनी सिटी बसों का शहर वासियों को नहीं मिल रहा कोई फायदा
लोगों को सुविधा देने के लिए शुरू की गई मिनी बस सर्विस का शहर के लोगों को कोई ज्यादा फायदा नहीं मिल रहा है।
जासं, बठिडा : लाइनपार एरिया के अलावा गली मोहल्लों में रहने वाले लोगों को सुविधा देने के लिए शुरू की गई मिनी बस सर्विस का शहर के लोगों को कोई ज्यादा फायदा नहीं मिल रहा है। पंजाब में विधानसभा चुनावों से पहले अकाली सरकार ने शहर में 20 मिनी सिटी बसों को शुरू किया था। लेकिन आज यह बसें शहर में न चलकर ग्रामीण रूटों पर चल रही हैं। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि बसों को शहर से सवारियां नहीं मिल रही।
इससे पहले 2012 में शहर में 10 बड़ी सिटी बसों को चलाया गया था, जिस दौरान यह समस्या रही कि यह बसें तंग गलियों में जा नहीं सकती। इसको देखते हुए मिनी बसों का प्रोजेक्ट शुरू किया, लेकिन वह भी सफल नहीं हो सका। नतीजा लोगों को आज भी आटो का ही सहारा लेना पड़ रहा है। जबकि बड़ी सिटी बसों को किसी ओर जगह पर इस्तेमाल करने के बजाय खस्ताहाल होने के लिए छोड़ दिया गया। इन बसों के हालात आज चलने लायक भी नहीं हैं। दूसरी तरफ 20 मिनी बसों को खरीद कर तो बेशक नगर निगम ने दिया है। लेकिन इसको तैयार करवाने के बाद चलाने की जिम्मेवारी पीआरटीसी की ओर से निभाई जा रही है। दिसंबर 2016 में जब बसों को शुरू किया गया था तो इसके रूट तैयार किए गए थे, लेकिन अब स्टेशन पर कोई ट्रेन न आने के कारण स्टेशन से बस स्टैंड का रूट बंद कर दिया गया है। फिलहाल मिनी बसें एम्स, एयरपोर्ट, गिदड़बाहा, संगत, भुच्चो के अलावा मुल्तानिया रोड के एरिया में चलाई जा रही हैं।
इसमें बस स्टेंड से रेलवे स्टेशन, रेलवे स्टेशन से सब्जी मंडी, सब्जी मंडी से बस स्टेंड वापसी होगी। इसके अलावा अनाज मंडी, माडल टाउन, अर्बन एस्टेट, 100 फीट रोड, बीबी वाला चौक, स्टेशन, तिकोनी, परसराम नगर, रेलवे स्टेशन से रेलवे कालोनी ठंडी सड़क से अनाज मंडी तक के रूट के साथ साथ ज्ञानी जैल सिंह इंजीनियरिग कालेज से बस स्टैंड, आदेश मेडिकल कालेज से बस स्टैंड, गिलपत्ती-एनएफएल से अर्बन एस्टेट से गुरुद्वारा माडल टाउन, अनाज मंडी से जस्सी पोवाली, बीबी वाला चौक से रेलवे स्टेशन, बीबी वाला चौक से अमरपुरा बस्ती लाल सिंह बस्ती तक का रूट प्रस्तावित किया था।
स्टेशन के रूट से सवारियां
नहीं मिल रहीं : जसविंदर सिंह
इस संबंध में पीआरटीसी के बठिडा डिपो के टीटीआइ जसविदर सिंह का कहना है कि बसों को चलाने के लिए सवारियों की जरूरत है। मगर स्टेशन के रूट से सवारियां नहीं मिल रहीं, जिस कारण यह दिक्कत आ रही है। लेकिन शहर के विभिन्न रूटों के अलावा आसपास के एरिया में मिनी बसें चल रही हैं।