मदर्स प्राइड स्कूल के बच्चों ने खेलों में दिखाया शानदार प्रदर्शन
स्कूल के बचों द्वारा स्केटिग और 100 मीटर एथलेटिक्स रेस में भाग लिया गया।
संस, बठिडा: मदर्स प्राइड स्कूल की प्रिसिपल डा. मनवीन कौर ने बताया कि 30 सितंबर 2021 को स्टूडेंट्स ओलंपिक एसोसिएशन इंडिया स्टेट गेम जीएनए यूनिवर्सिटी फगवाड़ा छह वर्ष व 10 वर्ष के आयु ग्रुप में स्कूल के बच्चों द्वारा स्केटिग और 100 मीटर एथलेटिक्स रेस में भाग लिया गया। इसमें 100 मीटर एथलेटिक्स में इशमान सिंह, गुरिक सिंह, जैविन कौर द्वारा गोल्ड मेडल तथा खेविन द्वारा सिल्वर मेडल तथा सुखजोध सिंह द्वारा ब्रोंज मेडल और स्केटिग में अभयकरन सिंह सिल्वर मेडल व इशमान सिंह ने ब्रांज मेडल जीता। डा. मनवीन कौर ने कोच अंकुर तथा सभी को बधाई दी। स्वप्निल ने ताइक्वांडो में जीता गोल्ड मेडल सेंट पाल स्कूल के विद्यार्थियों ने ताइक्वांडो चैंपियनशिप 2021 में एक गोल्ड, चार सिल्वर व तीन ब्रांज मेडल हासिल किए। यह प्रतियोगिता शहीद भगत सिंह क्योरोगी व पुमसे ओपन ताईक्वांडो एक से तीन अक्टूबर तक मोहाली में करवाई गई। इसमें स्वप्निल ठकराल ने गोल्ड मेडल, पारस गर्ग, तरणजोत सिंह, सिद्धार्थ व काविश गर्ग ने सिल्वर मेडल हासिल कियास जबकि समदीश सिंह, जीवश गर्ग व नमन सिंह सिद्धू ने ब्रांज मेडल हासिल किया। बच्चों के स्कूल पहुंचने पर स्कूल प्रिसिपल आरती यादव द्वारा बच्चों को बधाई दी गई। सरकारी कालेज के स्टाफ को चार महीने से नहीं मिला वेतन सरकारी कर्मचारियों को देने के लिए सरकार के पास वेतन नहीं, जबकि अन्य खर्चे धड़ाधड़ किए जा रहे हैं। पिछले चार महीने से वेतन न मिलने पर सरकारी कालेज के प्रोफेसरों और कर्मचारियों ने ज्वाइंट एक्शन कमेटी के आह्वान पर हड़ताल शुरू की।
सदस्यों ने बताया कि पंजाब सरकार तीन इंजीनियर कालेजों का संचालन करती है। इन सभी कालेजों की वित्तीय स्थिति एक जैसी है। बेअंत कालेज ऑफ गुरदासपुर, शहीद भगत सिंह कालेज फिरोजपुर व मिमिट कालेज मलोट को सरकार की ओर से पांच करोड़ रुपये प्रति वर्ष ग्रांट दी जाए। मिमिट कालेज के साथ भेदभाव किया जा रहा है, जबकि फिरोजपुर व गुरदासपुर कालेजों को 15-15 करोड़ रुपये की ग्रांट जारी कर पहली किस्त साढ़े चार करोड़ रुपये जारी कर दी गई है। मिमिट कालेज को एक भी पैसा नहीं दिया गया। इसका पीछे का कारण राजनीति हो सकता है परन्तु सरकार इस क्षेत्र के विद्यार्थियों के साथ भी भेदभाव कर रही है। वेतन न मिलने से प्रोफेसर, कर्मचारी हड़ताल पर चले गए जिससे छात्रों का भविष्य भी अंधेरे में डूबता जा रहा है।