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निगम हर घर-दुकान से उठाएगा कचरा, सेकेंडरी प्वाइंट होंगे खत्म

स्वच्छ सर्वेक्षण प्रतियोगिता 201

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Sep 2018 08:03 PM (IST)Updated: Sun, 23 Sep 2018 08:03 PM (IST)
निगम हर घर-दुकान से उठाएगा कचरा, सेकेंडरी प्वाइंट होंगे खत्म
निगम हर घर-दुकान से उठाएगा कचरा, सेकेंडरी प्वाइंट होंगे खत्म

सुभाष चंद्र, ब¨ठडा : स्वच्छ सर्वेक्षण प्रतियोगिता 2018 में राज्य में अव्वल स्थान हासिल कर चुका नगर निगम 2019 की प्रतियोगिता में भी अपने इस रुतबे को बरकरार रखने के लिए शहर के सेकेंडरी कचरा कलेक्शन प्वाइंट खत्म करने जा रहा है। इसके लिए निगम 2.94 करोड़ रुपये की लागत से 46 मिन्नी टिप्पर व 20 रिक्शा ट्राई साइकिल खरीदने जा रहा है, जोकि सीधे सभी 52 हजार घरों से ही कचरा उठाएंगे। किसी को कचरा फेंकने के लिए इधर उधर नहीं जाना पड़ेगा। मिनी टिप्परों के लिए 56 ड्राइवर व इतने ही हेल्पर तथा रिक्शों के लिए 25 कर्मचारियों के अलावा कंपैक्ट्रस के लिए दो ड्राइवर तथा तीन हैल्पर आउटसोर्सिंग के लिए रखे जाएंगे। हालांकि मिनी टिप्पर तथा रिक्शा ट्राई साइकिल की खरीद के लिए निगम के पास स्वच्छ भारत मिशन के तहत 3.20 करोड़ रुपये की राशि मौजूद है। लेकिन कचरा उठाने के लिए टिप्परों के डीजल, कर्मचारियों के वेतन की अदायगी निगम को ही करनी होगी। इस पर करीब 25.54 लाख रुपये प्रति माह खर्च आएंगे। इसकी अदायगी घरों से कचरा उठाने के रूप में वसूल की जाने वाली फीस (यूजर चार्जेज) से ही की जानी है। इसके मद्देनजर प्रत्येक घर को निगम को यह यूजर चार्जेज देना अनिवार्य होगा। अगर कोई घर फीस की अदायगी नहीं करता तो उसे यह भारी पड़ सकता है। निगम इसकी वसूली के लिए अदालत भी जा सकता है। निगम की यह योजना मंगलवार को हो रही जनरल हाउस की बैठक के एजेंडे में एक प्रस्ताव के रूप में शामिल है। इस प्रस्ताव का पारित होना तय माना जा रहा है।

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घरों से सुबह और कामर्शियल क्षेत्र से शाम को उठेगा कचरा

निगम के अनुसार शहर में इस समय 52 हजार घर हैं। इसमें पांच हजार घर संकरी गलियों में है और यह घनी आबादी वाला क्षेत्र है। 47 हजार घरों से टिप्परों से तथा 5 हजार घरों से रिक्शा ट्राई साइकिल से कचरा उठाया जाएगा। यह काम 46 टिप्परों व 20 रिक्शा से होगा। गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग रखा जाएगा। घरों से उठाया कचरा सीधा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट में ही जाएगा। गीले कचरे से चूंकि इस प्लांट में खाद तैयार हो रही है, लेकिन सूखे कचरे को नगर निगम की अपनी ग्रोथ सेंटर में पड़ी जगह में मटीरियल रिकवरी फिसिल्टी (एमआरएफ) में ले जाने की योजना है। करीब 90 लाख से एमआरएफ तैयार किया जाना है। घरों से कचरा उठने के साथ ही शहर के करीब चार दर्जन सेकेंडरी कचरा कलेक्शन खत्म हो जाएंगे व कहीं भी इन स्थानों पर बिन दिखाई नहीं पड़ेंगे।

अभी करीब 30 हजार घरों

से ही कचरा उठ रहा है कचरा

अभी फिलहाल करीब 30 हजार घरों से कचरा उठ रहा है। जिसे कचरा उठाने का काम छोड़ चुकी जेआइटीएफ कंपनी के हटाए हुए कर्मचारी ही उठा रहे हैं। कचरे को वे सेकेंडरी प्वाइंट्स पर फेंक रहे हैं। इसकी फीस की वसूली भी वह अपने स्तर पर ही 40 रुपये प्रति घर कर रहे हैं। अन्य घर अपने स्तर पर ही सेकेंडरी प्वाइंट पर या इधर-उधर कचरा फेंक रहे हैं। लेकिन नए प्रस्ताव के लागू होने पर सभी घरों से कचरा उठने लगेगा। जिसकी वसूली निगम ही करेगा। नए प्रस्ताव के तहत स्लम एरिया के घरों से 20 रुपये, 60 वर्ग गज तक के घर से 30 रुपये, 61 से 180 गज के घर से 50 रुपये तथा 181 से अधिक रकबे वाले घर से 60 रुपये प्रति माह की वसूली होगी। जबकि कमर्शियल में 100 वर्ग फुट की दुकान से 50 रुपये, 100 से 200 फुट की दुकान से 100 रुपये, 200 से 300 फुट की दुकान से 150 रुपये, 300 से 500 फुट की दुकान से 200 रुपये, 500 से 1000 वर्ग फुट की दुकान से 500 रुपये तथा 1000 वर्ग फुट से अधिक की दुकान से 1000 रुपये प्रति माह यूजर चार्जेज की वसूली की जाएगी। इसी तरह अन्य संस्थानों के लिए अलग से रेट निर्धारित किए गए हैं।


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