शहर के 100 होटलों में अब ओयो से नहीं बुक होगा कमरा
आपको पहले ही सावधान हो जाने की जरूरत है।
जागरण संवाददाता, बठिडा :
अगर आप घूमने के शौकीन हैं और ऑनलाइन एप ओयो से कमरा बुक करते हैं तो आपको पहले ही सावधान हो जाने की जरूरत है। हालात यह हैं कि ओयो एप से कमरा बुक करने पर बेशक आपके पास कंफर्मेशन मैसेज भी आ जाएगा, लेकिन जब आप होटल में जाएंगे तो वहां पर आपको कमरा नहीं दिया जाएगा। जी हां, आजकल बठिडा शहर में ऐसे ही हो रहा है। यहां के होटल संचालकों ने ओयो कंपनी की मनमर्जियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जिनके द्वारा अब इनका बायकॉट कर दिया है, जिसके तहत एप से बुकिग करने वाले को किसी भी प्रकार का कमरा नहीं दिया जाएगा। इसको लेकर बठिडा की होटल एसोसिएशन की ओर से पंजाब प्रधान सतीश अरोड़ा की अगुवाई में मीटिग भी की गई, जिस दौरान चेतावनी दी कि अगर कंपनी ने अपनी आदतों को नहीं बदला तो उनके द्वारा पूरे पंजाब में ऐसा किया जाएगा। इसके साथ आम लोगों को परेशानी होगी। वहीं उन्होंने सरकार से मांग की कि इसका हल किया जाना चाहिए, ताकि देश-विदेश से पंजाब में घूमने के लिए आने वाले लोगों को परेशानी न हो।
बठिडा के 100 होटलों में
हैं 2500 कमरे
बठिडा के 100 होटलों में इस समय 2500 कमरों में ओयो एप से बुकिग को बंद कर दिया है। इसका सबसे बड़ा कारण कंपनी का कम रेट पर कमरा बुक करना और अपनी ही मर्जी से काम करना है। वहीं बठिडा के होटलों में कंपनी का करीब 10 लाख रुपये बकाया पड़ा है, जो अभी तक होटल संचालकों को नहीं दिया गया। जबकि कंपनी की ओर से ऑनलाइन बुकिग के जरिए ग्राहक से एडवांस पैसे जमा करवा लिए जाते हैं। लेकिन बाद में होटल संचालक को नहीं दिए जाते, जिस कारण अब यह फैसला लिया गया है। इसको लेकर मुक्तसर के तरसेम कुमार ने बताया कि वह कुछ दिन पहले यहां पर कंपनी की मीटिग में आए थे और रात को लेट हो गए थे। इसके चलते उन्होंने एक होटल में ओयो से कमरा बुक तो कर लिया, लेकिन होटल के मैनेजर ने देने से मना कर दिया।
इस कारण लिया फैसला
- कंपनी होटल में कमरे बहुत ही कम दाम में बुक करती है, जिसमें से कमिशन भी चाहिए।
-- कई होटल्स ऐसे हैं जो अनमैरिड कपल्स को रूम नहीं देते, लेकिन यहां पर बुक हो जाता है। इसके बाद होटल संचालक के साथ ग्राहक झगड़ा करते हैं।
- कंपनी द्वारा होटल्स के सभी कमरों पर अपना अधिकार समझा जाता है, जिसमें होटल संचालक को भी जाने की इजाजत नहीं।
- ग्राहक से पैसे लेने के बाद होटल संचालक को पैसे नहीं दिए जाते, जिसको काफी समय लगा दिया जाता है।
- कंपनी होटल संचालकों पर अपनी ईगो दिखाती है, जैसे होटल ही उनका अपना हो।
ग्राहक ऐसा कर सकेंगे
होटल एसोसिएशन के प्रधान सतीश अरोड़ा ने बताया कि उन्होंने ओयो एप से बुकिग को तो बंद कर दिया है। लेकिन ग्राहकों को कोई परेशानी न आए, इसके लिए वह अपनी तरफ से पर्सनल तौर पर कमरा किराए पर दे सकेंगे। लेकिन इसमें कंपनी का कोई लेनदेन नहीं होगा। वहीं बताया कि उनके द्वारा अपने ग्राहकों को वह सभी सुविधाएं दी जाएंगी, जो उसके लिए जरूरी हैं। मगर ओयो एप से कमरा बुक नहीं किया जाएगा। जबकि ग्राहक को भी चाहिए कि वह इस परेशानी से बचने के लिए ओयो एप का सहारा न ले।