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जिले में संक्रमित 60 फीसद में नहीं थे कोरोना वायरस के लक्षण

कोरोना संक्रमित होने का मामला बुधवार को सामने आने के बाद सेहत विभाग की चिता बढ़ गई है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Jun 2020 06:48 PM (IST)Updated: Fri, 19 Jun 2020 06:08 AM (IST)
जिले में संक्रमित 60 फीसद में नहीं थे कोरोना वायरस के लक्षण
जिले में संक्रमित 60 फीसद में नहीं थे कोरोना वायरस के लक्षण

नितिन सिगला, बठिडा : पुलिस के चार मुलाजिमों में बिना कोई लक्षण दिखे ही कोरोना संक्रमित होने का मामला बुधवार को सामने आने के बाद सेहत विभाग की चिता बढ़ गई है। यह मरीज दिखने में स्वस्थ हैं, लेकिन वायरस कैरियर हैं। बुधवार को मिले चार पुलिस मुलाजिमों में कोई लक्षण नहीं थे, लेकिन ट्रैवल हिस्ट्री होने या किसी संक्रमित के संपर्क में आने की आशंका पर कोरोना जांच कराई गई तो संक्रमण की पुष्टि हुई। मेडिकल की भाषा में इसे एसिप्टोमैटिक कोरोना कहा जाता है। बठिडा जिले में अब तक जितने भी कोरोना पाजिटिव मरीज सामने आए, उनमें 60 फीसदी मरीजों में एसिप्टोमैटिक कोरोना पाया गया है, जिनमें कोई लक्षण नहीं थे, लेकिन उनकी ट्रैवल हिस्ट्री होने के कारण जब उनके टेस्ट किए गए, तो उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। ऐसे मामलों को डॉक्टर ज्यादा खतरनाक मानते हैं, जिसकी वजह यह है कि इस तरह के मामले में न तो मरीज को खुद पता होता है कि उसे कोरोना हो चुका है और न ही इस बात का पता चल पाता है कि उसके संपर्क में आने से और लोगों में भी कोरोना फैल गया होगा। बठिडा के सिविल सर्जन डॉ. अमरीक सिंह संधू का कहना है कि कई कोरोना पॉजिटिव कोरोना के बिना प्राथमिक लक्षण वाले हैं, इसलिए सभी को मास्क पहनना बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि एसिप्टोमैटिक कोरोना मरीज संक्रमण फैलाने में ज्यादा खतरनाक हैं, दरअसल इस तरह के मरीज कोरोना के कम्युनिटी फैलाव में ज्यादा खतरनाक होते हैं। इसलिए सभी लोगों को चाहे वह स्वस्थ्य क्यों न हों, मास्क पहनना अनिवार्य है। सीएमओ ने बताया कि बठिडा जिले में कोरोना टेस्ट ज्यादा किए जा रहे। एक दिन में हुए 400 से लेकर 425 तक रोजाना टेस्ट कर जांच के लिए भेजे जा रहे है। अब तक जिले में 69 कोरोना पॉजिटिव निकले। इसमें 60 प्रतिशत मरीज एसिंप्टोमैटिक मामले हैं यानी इनमें कोरोना के कोई लक्षण मौजूद नहीं थे। 70 से ज्यादा पुलिस कर्मी

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किए क्वारंटाइन

बुधवार को कोरोना पॉजिटिव आए चार पुलिस कर्मचारियों में दो महिला व दो पुरुष शामिल हैं। इनमें तीन कांस्टेबल व एक हेडकांस्टेबल हैं। पुलिस के अनुसार एक पुलिस कर्मचारी थाना सदर का था, जोकि आइटीआइ पर लगाए गए नाके पर तैनात था। उसे कोरोना कहां से आया, इसके बारे में भी कुछ पता नहीं चल पाया है, जबकि दूसरा कर्मचारी वर्धमान पुलिस चौकी का और तीसरा सिविल लाइन थाना व चौथा महिला थाना में तैनात थे। यह तीनों पुलिस मुलाजिमों की ट्रेवल हिस्ट्री थी और यह कुछ दिन पहले ही दूसरे शहर में ड्यूटी कर वापस लौटे थे। इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सेहत विभाग ने इनके संपर्क में आएं लोगों की पहचान कर उन्हें क्वारंटाइन कर दिया गया है। चार पुलिस मुलाजिमों के पारिवारिक सदस्यों के अलावा उनके साथ थानों में काम करने वाले 100 से ज्यादा लोगों को महाराजा रंजीत सिंह स्टेट टेक्निकल यूनिवर्सिटी में क्वारंटाइन किया गया है, जिसमें 70 के करीब केवल पुलिस कर्मचारी है। इसमें 25 मुलाजिम तो महिला थाना, 20 वर्धमान चौकी, 15 सिविल लाइन व दस मुलाजिम थाना सदर बठिडा के शामिल है। इन सभी लोगों के भी सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए गए है और इनकी रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। एसएसपी डॉ. नानक सिंह के अनुसार करीब 500 पुलिस कर्मचारियों के सैंपल लिए हैं। कैंट व सिविल लाइन थाने में तैनात कर्मचारी बाहर गए थे उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जा रहा है। 867 मरीजों की रिपोर्ट आई नेगेटिव

डीसी बी श्रीनिवासन ने बताया कि वीरवार देर शाम को बठिडा जिले के 867 मरीजों की रिपोर्ट प्राप्त हुई है और सभी की रिपोर्ट नेगेटिव मिली है, जबकि अब सिर्फ 53 लोगों की रिपोर्ट पेंडिग पड़ी है, जोकि जल्द ही मिल जाएगी।


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