सालाना कांफ्रेंस में डाक्टरों ने की लाइव सर्जरी
एसोसिएशन ऑफ ओटोलॉरीएंगोलॉजिस्टस ऑफ इंडिया की नार्थ वेस्ट जोन की 41वीं सालाना कांफ्रेंस ब¨ठडा में आयोजित की गई।
जागरण संवाददाता,ब¨ठडा : एसोसिएशन ऑफ ओटोलॉरीएंगोलॉजिस्टस ऑफ इंडिया की नार्थ वेस्ट जोन की 41वीं सालाना कांफ्रेंस ब¨ठडा में आयोजित की गई। ब¨ठडा के ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ. दलजीत ढिल्लों की अगुवाई में आयोजित इस दो दिवसीय कांफ्रेंस के पहले दिन पांच-पांच लाइव सर्जरियां की गईं। इसमें पहली लाइव सर्जरी कोकलीयर प्लांट की हुई। इसमें फोर्टिस के डॉ. अशोक गुप्ता ने ने जटिल सर्जरी करके दिखाई गई। इससे जन्म से ही गूंगे व बहरे बच्चों का इलाज किया जा सकता है। इसको स्थानीय भाषा में नकली कान लगाना भी कहा जाता है। दूसरी सर्जरी ऑफ डैफनेस की हुई। इसमें अगर किसी को बिल्कुल ही सुनना बंद हो गया तो उसका आपरेशन से इलाज करके दिखाया। नई दिल्ली से डॉ. जेएम हांस ने टैफलॉन पिस्टन डाले।
इसके अलावा अपोलो दिल्ली के डॉ. अर¨वद सोनी ने तीन केस फंगस सर्जरी के किए। पांचों सर्जरियां डॉ. दलजीत ढिल्लों के अस्पताल में की गई लेकिन उनका प्रसारण होटल कृष्णा कांटीनेंटल में किया गया। वहां पर सीनियर व जूनियर कंसलटेंट मौजूद थे।
मालवा में एलर्जी के 25 फीसद केस
डॉ. दलजीत ¨सह ढिल्लों ने बताया कि कॉटन बेल्ट मालवा में एलर्जी 25 फीसद है। नरमे के कारण असपर्जीलोसिस व म्यूकरमोएओसिस फंगस के मालवा में ज्यादा केस हैं। उन्होंने कहा कि कुल एलर्जी के केस 25 फीसद के करीब हैं जबकि अकेली फंगस के केस 7-8 फीसद हैं। उन्होंने बताया कि रसोई व कमरों में सिल्लापन होने के कारण फंगस होने की संभावना ज्यादा रहती है। पहले दिन पांच स्पीकरों ने किया संबोधन
डॉ. दलजीत ¨सह ढिल्लों ने बताया कि कांफ्रेंस के पहले दिन टेक्नीकल सेशन में डॉ. दल¨वदर ¨सह ग्रेवाल, डॉ. जेएम हांस, डॉ. अशोक कुमार गुप्ता, डॉ. कपिल सिक्का एम्स, डॉ सी प्रीतम भुवनेश्वर, डॉ. र¨वदर वर्मा जालंधर ने अपने विचार पेश किए।
डॉ. दलजीत ¨सह ढिल्लों बने प्रधान
डॉ. दलजीत ¨सह ढिल्लों एसोसिएशन ऑफ ऑफ ओटोलॉरीएंगोलॉजिस्टस ऑफ इंडिया की नार्थ वेस्ट जोन के साल 2018-19 के लिए प्रधान चुने गए। इस मौके पर डॉ. एसपी पोपली ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। जबकि डॉ. अशोक कुमार गुप्ता व डॉ. जेएम हांस विशेष मेहमान के तौर पर पहुंचे। ताजपोशी के बाद डॉ. दलजीत ¨सह ढिल्लों ने कहा कि वह मेडिकल एजुकेशन व डॉक्टरों के लिए सर्जीकल ट्रे¨नग बढ़ाएंगे ताकि वे बड़े शहरों में मिलने वाली सुविधाएं छोटे शहरों में भी दे सकें।