बारिश के बाद मिलेगी धुएं से निजात, तीन दिन तक छाए रहेंगे बादल
पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के कारण बेशक मौसम का मिजाज बदल गया है। लेकिन पराली के धुएं के कारण इन दिनों सांस लेना भी मुश्किल हो गया है।
जागरण संवाददाता, ब¨ठडा : पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के कारण बेशक मौसम का मिजाज बदल गया है। लेकिन पराली के धुएं के कारण इन दिनों सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। बेशक ठंड के कारण पिछले एक हफ्ते में तापमान में अधिकतम तापमान में 4 व न्यूनतम तापमान में भी 2 डिग्री तक गिरावट दर्ज की गई है। मगर मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में तापमान इसी प्रकार से रहेगा और तेज हवा या बारिश ही पराली के धुएं से निजात दिला सकती है। वहीं रविवार को अधिकतम तापमान 25.6 व न्यूनतम तापमान 12 डिग्री दर्ज किया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, न तो ब¨ठडा में हवा की गति तेज हो पा रही है और न ही बारिश के आसार हैं। बेशक सोमवार से आसमान में तीन दिन तक बादल भी छाए रहेंगे। लेकिन धुंध नुमा पराली धुएं से छुटकारा मिलना अभी मुश्किल है। फसलों के अवशेष जलाए जाने से आसमान में धुएं की एक परत बन गई है। जिसके चलते ब¨ठडा वासियों को फिलहाल 15 नवंबर तक प्रदूषण का सामना करना पड़ेगा। जिसके बाद ही तेज गति उत्तर पश्चिमी हवाओं के चलने से ही प्रदूषण से बनी धुंध की चादर से निजाद मिल सकेगी। हवा में आर्द्रता का स्तर 85 से 95 प्रतिशत तक रहा। यही हवा की गति 5 किलोमीटर से भी कम रही। इसके चलते हवा में ठहरे प्रदूषण से सुबह धुंए की एक मोटी चादर बन गई।
स्काईमेट के अनुसार उपग्रह से देखने पर पंजाब और आसपास के इलाके में धुंए की एक चादर दिख रही है। हवा में मौजूद प्रदूषण और नमी के चलते ये चादर बनी है। रविवार सुबह हवा में पीएम 2.8 का स्तर 250 के पार प्रति क्यूबिक मीटर रिकॉर्ड किया गया। जबकि मानकों के तहत हवा में इसकी मात्रा 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से अधिक नहीं होनी चाहिए। वहीं हवा में पीएम 10 की हवा में मात्रा 350 के पार रही। जो मानकों के तहत हवा में इसकी मात्रा 100 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से अधिक नहीं होना चाहिए।