हर दो घंटे में सैलून करना होगा सैनिटाइज, मोबाइल फोन भी रखें साफ
लोगों को नई एडवाइजरी जारी की जा रही है।
नितिन सिगला, बठिडा : कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सेहत विभाग की तरफ से समय-समय पर लोगों को नई एडवाइजरी जारी की जा रही है, ताकि लोग इन आदेशों का पालन करें और कोरोना वायरस से बच सके। मंत्रालय की तरफ से पहले बुजुर्गो की संभाल को लेकर एडवाइजरी जारी की थी। वहीं अब मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से लेकर सैलून में जाने वालों के लिए सेहत विभाग ने एक नई एडवाइजरी जारी की है। सेहत विभाग की तरफ से जारी की जा इन एडवाइजरी को कितनी सख्ती से लागू किया जाता है, यह सच पता करने के लिए न तो जिला प्रशासन ध्यान देता है और न ही सेहत विभाग के अधिकारी।
ग्राहकों को डिजिटल पेमेंट के लिए प्रेरित करें : डॉ. अमरीक संधू
सेहत और परिवार भलाई विभाग द्वारा कोरोना से बचाव के लिए नाई की दुकानों और हेयर कट सैलून के लिए सफाई और सैनिटाइजेशन सबंधी विशेष एडवाइजरी जारी की है। सिविल सर्जन बठिडा डॉ. अमरीक सिंह संधू ने बताया कि नाई की दुकानों और हेयर कट सैलून यह यकीनी बनाएं कि यदि किसी स्टाफ मेंबर को कोरोना के लक्षण बुखार, सूखी खांसी या सांस लेने में तकलीफ आदि हो तो ऐसा व्यक्ति घर ही रहे और ऐसे लक्षणों वाले ग्राहक को भी अटेंड ना करें। संभव हो ग्राहक के साथ किसी को आने की आज्ञा न दी जाए और दुकान पर फालतू लोग न बैठे। दुकान मालिक द्वारा ग्राहकों को डिजिटल पेमेंट के लिए अधिक से अधिक प्रेरित किया जाए। नकदी लेने से पहले और बाद में भी स्टाफ और ग्राहक की तरफ से हाथ सैनिटाइज किए जाएं। दुकान के आम प्रयोग वाले क्षेत्र को हरेक 2-3 घंटों के बाद साफ किया जाए और फर्श को एक प्रतिशत सोडियम हाइपरक्लोराइड या ऐसे अन्य रोगाणु नाशक पदार्थ के साथ साफ किया जाए। फर्नीचर पर बार-बार छूए जाने वाला समान बार-बार सैनिटाइज किया जाए। कैंची, उस्तरा, कंघा और स्टाइलिग उपकरण आदि को हर प्रयोग के बाद एक प्रतिशत सोडियम हाइपरक्लोराइड तरल के साथ साफ किए जाए। जामा (ग्राहक के आसपास लपेटा जाने वाला कपड़ा), तौलिया आदि संबंधित आइटम्स साफ हों और नियमित तौर पर धोए जाएं और एक से अधिक ग्राहक के लिए इनका बार-बार प्रयोग न किया जाए। इन दुकानों के मालिक और स्टाफ सदस्यों को मास्क पहनना लाजिमी है।
मोबाइल, कंप्यूटर, की-बोर्ड को करें सैनिटाइज
विभाग के मुताबिक मोबाइल फोन के जरिए भी कोरोना वायरस आपके शरीर के अंदर प्रवेश कर सकता है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने मोबाइल स्क्रीन को बात करने से पहले साफ करें। सेहत विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि कोरोनावायरस का संक्रमण ड्रॉपलेट के साथ भी होता है। वहीं अगर ड्रॉपलेट किसी मेटल या हार्ड सरफेस पर मौजूद हों तो वह कई-कई घंटों के साथ कई-कई दिनों पर जीवित भी रह सकते है। इसके चलते संक्रमण होने का खतरा भी दोगुना हो सकता है। इसके चलते लोगों को मोबाइल, कंप्यूटर, की-बोर्ड, माउस, टेबलेट्स को सैनिटाइजर के साथ साफ करते रहना चाहिए।
हाथ और मोबाइल सैनिटाइजर से करें साफ -मोबाइल फोन को समय-समय पर 70 फीसद अल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर से साफ करें।
-मोबाइल को किसी भी हार्ड सरफेस पर रखने से बचे।
-फोन कॉल को हैड फोन या ब्लूटुथ के साथ सुनें।
-अगर एकांत में हों तो फोन कॉल को स्पीकर पर लगाकर सुनें।
-किसी भी व्यक्ति के साथ अपने फोन शेयर न करें।
बुजुर्गों में संक्रमण का सबसे अधिक खतरा स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि कोरोना के संक्रमण का सबसे अधिक खतरा बुजुर्गों को है। क्योंकि बढ़ती उम्र के साथ स्वास्थ्य संबंधी अन्य बीमारियां हो जाती हैं और इम्यूनिटी भी युवाओं की अपेक्षा बहुत कम हो जाती है। इसलिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुजुर्गों के लिए कुछ डूज और डोंट्स की सूची बनाकर एडवाइजरी जारी की है। बुजुर्ग इन नियमों का करें पालन अपने घर पर रहें और घर पर आने वाले लोगों से मिलने से बचें। ज्यादा जरुरी होने पर एक मीटर की दूरी बनाए रखें।अपने हाथों को साबुन और पानी से हर थोड़े समय में धोते रहें। छींकते या खांसते समय अपनी कोहनी, रूमाल या टीशू का इस्तेमाल करें। यूज करने के बाद टिशू को डस्टबिन में फेंके।अपनी इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए ताजा जूस पिएं व घर का पका हुआ ताजा गर्म भोजन खाएं।रोजाना घर में थोड़ा व्यायाम जरुर करें, इससे आपका भोजन अच्छी तरह पंच जाएगा और आपको ताजगी मिलेगी।अपने आप-पास सतहों को कीटाणुनाशक से नियमित रूप से साफ करें।