एडीजीपी ने कबूला, जेलों मेंचल रहा है नशा तस्करी का नेटवर्क
प्रदेश की जेलों में बंद अभी कुछ बड़े अपराधी व तस्कर जेल में नशा तस्करी का काम कर रहे हैं लेकिन उनके नेटवर्क को ब्रेक करने के लिए एसटीएफ गंभीरता से काम कर रही है। जल्द ही जेलों से चल रहे इस पूरे नेटवर्क को ध्वस्त कर पूरी तरह से नशा तस्करी को रोका जाएगा। इसके लिए विशेष प्लानिग पर काम भी किया जा रहा है जिसका असर जल्द देखने को मिलेगा। यह बात एसटीएफ चीफ व एडीजीपी पंजाब गुरप्रीत कौर दयोल ने कहीं। वह सोमवार को बठिडा जोन के पुलिस अधिकारियों से मीटिंग करने पहुंची थी।
नितिन सिगला, बठिंडा :
प्रदेश की जेलों में बंद अभी कुछ बड़े अपराधी व तस्कर जेल में नशा तस्करी का काम कर रहे हैं, लेकिन उनके नेटवर्क को ब्रेक करने के लिए एसटीएफ गंभीरता से काम कर रही है। जल्द ही जेलों से चल रहे इस पूरे नेटवर्क को ध्वस्त कर पूरी तरह से नशा तस्करी को रोका जाएगा। इसके लिए विशेष प्लानिग पर काम भी किया जा रहा है, जिसका असर जल्द देखने को मिलेगा। यह बात एसटीएफ चीफ व एडीजीपी पंजाब गुरप्रीत कौर दयोल ने कहीं। वह सोमवार को बठिडा जोन के पुलिस अधिकारियों से मीटिंग करने पहुंची थी।
उन्होंने बठिडा जोन के सभी पुलिस अधिकारियों से मीटिंग कर पूर्व दो सालों में नशा तस्करी पर किए गए कामों की रिव्यू किया,वहीं नशे के खिलाफ तन-मन से पूरी काम करने की हिदायत दी।
उन्होंने कहा कि बठिडा, मानसा व श्री मुक्तसर साहिब के पुलिस अधिकारियों के अलावा रिटायर्ड पुलिस अधिकारियों से मीटिंग करने के बाद एडीजीपी गुरप्रीत दयोल दावा किया कि वह एसटीएफ नशे के खिलाफ बड़े स्तर पर कार्रवाई करने के लिए योजना बना रही है, पुलिस की क्या प्लानिग है और वह किस प्रकार से काम करेगी, इसके बारे में कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। इस दौरान उन्होंने यह भी माना कि कमजोर कार्रवाई के चलते नशा तस्कर केसों से बरी हो रहे हैं। लेकिन इस कमजोरी को भी दूर किया जा रहा है। ऐसे मामलों में लोकल रैंक का अधिकारी जांच आफिसर नहीं बनेंगे।
हर जिले के 10 संवेदनशील पुलिस स्टेशनों का होगा चयन
उन्होंने कहा कि हर जिले के 10 संवेदनशील पुलिस स्शनों का चयन किया गया है, जिसके बाद उन पुलिस थानों के अधीन आते गांव व इलाको के लोगों को नशों के विरुध जागरूक किया जाएगा। उन लोगों को नशे के कारण तबाह हो रहे घरों के बारे में जागरूक किया जाएगा, वहीं नशा जुर्म की जननी है, इसके बारे में प्रेरित किया जाएगा।
सामाजिक संस्थाओं का लिया जाएगा सहयोग
एडीजीपी दयोल ने बताया कि नशे के विरुद्ध बनाई गई एसटीएफ आधुनिक अपकरणों से लैस होगी और नशा खत्म करने के लिए ²ड होगी। नशा खत्म करने के लिए सामाजिक संगठनों का भी सहयोग लिया जाएगा। एसटीएफ की तरफ से नई चलाई गई मुहिम कोआर्डीनेट रिस्पांस अगेस्ट ड्रग आफ दी एसटीएफ इन एसो. स्थापित की गई है। इसके लिए कंट्रोल रूम भी स्थापित कर 97019-57595, 97019-39393 जारी किए गए है, जिस पर कोई भी व्यक्ति पुलिस को नशे के विरुद्ध सूचना दे सकता है उसका नाम भी गुप्त रखा जाएगा। दो सालों में नशे की ओवरडोज से हुई सात मौते
एडीजीपी दयोल ने कहा कि पूर्व दो सालों में बठिडा जिले में नशे की ओवरडोज से केवल सात मौतें हुई है। पहले नशे की ओवरडोज से होने वाली मौतों का कोई रिकार्ड नहीं रखा जाता था, लेकिन अभी सभी पुलिस आधिकारियों को इनका रिकार्ड रखने के आदेश दिए गए है, ताकि पुलिस को पता चल सके कि किस प्रकार के नशा करने व कहां से वह नशा आ रहा है। पंजाबी एकता पार्टी के प्रधान व विधायक सुखपाल सिंह खैहरा द्वारा पुलिस को सौंपी गई नशा तस्करों की सूची पर कहा कि पुलिस उनकी जांच कर रही है, साबित होने पर उनपर बनती कार्रवाई की जाएगी।