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शिअद एक धार्मिक संस्था है या राजनीतिक : आप

प्रधान गोबिद सिंह लोंगोवाल को पार्टी की कोर कमेटी का मेंबर नियुक्त करने पर सख्त एतराज है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 09 Jun 2020 11:13 PM (IST)Updated: Wed, 10 Jun 2020 06:17 AM (IST)
शिअद एक धार्मिक संस्था है या राजनीतिक : आप
शिअद एक धार्मिक संस्था है या राजनीतिक : आप

जागरण संवाददाता बठिडा : आप को शिअद द्वारा शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के प्रधान गोबिद सिंह लोंगोवाल को पार्टी की कोर कमेटी का मेंबर नियुक्त करने पर सख्त एतराज है। उन्होंने गोबिद सिंह लोंगोवाल से जहां एसजीपीसी के प्रधान पद से इस्तीफे मांगा है वहीं शिअद की मान्यता रद करने की मांग की है। बठिडा में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए आप की तलवंडी साबो से विधायक प्रो. बलजिदर कौर व बठिडा देहाती हलके से विधायक रुपिद्र कौर रूबी ने कहा कि शिअद के प्रधान सुखबीर सिंह बादल व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल स्पष्ट करें कि शिअद एक धार्मिक संस्था है या राजनीतिक। क्योंकि कभी वह स्वयं को सिखों की एक मात्र धार्मिक पार्टी कहने की बात करते हैं कभी बिल्कुल उलट राजनीतिक पार्टी के तौर पर सामने आते हैं।

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विधायक रुपिद्र कौर रूबी ने कहा कि शिअद के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने एसजीपीसी के प्रधान को कोर कमेटी में शामिल करके सीधे तौर पर प्रधान पद को अपने अधीन कर लिया है। यह भारतीय संविधान का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि आप चुनाव आयोग से शिअद की सियासी मान्यता को रद करने की मांग करेगी।

विधायक बलजिदर कौर ने कहा कि भारतीय संविधान के अनुसार सिर्फ धर्म निष्पक्ष पार्टी ही चुनाव लड़ सकती है। इस लिए सुखबीर सिंह बादल स्पष्टीकरण दे कि शिअद धार्मिक संस्था है या राजनीतिक। जिला प्रधान नवदीप सिंह जीदा ने कहा कि शिअद के खिलाफ लोगों में बेअदबी को लेकर गुस्सा है। उन्होंने कहा कि एसजीपीसी को आजाद माना जाता था लेकिन अब इसमें भी बादल बोल रहे हैं। अभी तक शिअद को बेअदबी मामले में क्लीन चिट नहीं मिली है। ऐसे में शिअद एसजीपीसी के प्रधान को शिअद में शामिल करके उसका इस्तेमाल कर रहा है। इस मौके पर हलका इंचार्ज अमृत अग्रवाल, प्रदेश प्रवक्ता नील गर्ग, अनिल ठाकुर, मास्टर जगसीर सिंह, महिदर सिंह फुल्लोमिट्ठी, राकेश पुरी उपस्थित थे।


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