गुलाबी सुंडी से फसल खराब, किसानों ने चलाया हल
किसानों को इस बार नरमे की फसल पर हुए गुलाबी सुंडी के हमले ने आर्थिक तौर पर कमजोर कर दिया है।
संवाद सूत्र, रामा मंडी: पिछले एक साल से कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को इस बार नरमे की फसल पर हुए गुलाबी सुंडी के हमले ने आर्थिक तौर पर कमजोर कर दिया है। गांव रामसरा में नरमे की फसल पर हुए गुलाबी सुंडी के हमले कारण किसान अपनी फसल पर हल चलाने के लिए मजबूर हो गए।
भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुरा के गांव रामासरा की इकाई के प्रधान बूटा सिंह खालसा की अगुआई में एकत्रित किसानों ने पंजाब सरकार और खेतीबाड़ी विभाग के खिलाफ नोरबाजी करते हुए कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों को कमजोर करने के लिए नकली बीज और कीटनाशक दवाइयां बेची गई, जिस कारण पूरे पंजाब में नरमे की फसल नष्ट हो गई है। न तो सरकार ने और न ही खेतीबाड़ी विभाग ने नकली बीज और कीटनाशक दवाइयां बेचने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई की। इस कारण किसान अपनी फसल पर हल चलाने को मजबूर हो गए। किसान जसकरण सिंह, प्रगट सिंह, और जगजीत सिंह ने पंजाब सरकार से मुआवजे की मांग करते हुए कहा कि जब तक किसानों को फसल का मुआवजा और ठेके का मुआवजा नहीं दिया जाता तब तक किसी भी पार्टी से संबंधित नेताओं को गांव में नहीं आने दिया जाएगा। इस मौके नत्था, हरमंदर सिंह, गुरदास सिंह, चन्न सिंह, हरमेल सिंह गोरा सिंह सहित बड़ी संख्या में किसान हाजिर थे।
इसके अलावा गांव फुल्लोखारी के किसान गुरबख्शीश सिंह, मलकाना में किसान दर्शन सिंह, जज्जल गांव में किसान जसविदर सिंह और गुरपंथ सिंह ने भी गुलाबी सुंडी कारण बर्बाद हुई अपनी फसल पर हल चला दिया।