कंटीन्यूएशन फीस में की 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से राज्य के सभी 2100 एसोसिएट स्कूलों को तीन साल तक जारी करते हुए कन्टिन्यूशन फार्म जारी कर दिए गए हैं।
ज्योति बबेरवाल, बठिडा : पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से राज्य के सभी 2100 एसोसिएट स्कूलों को तीन साल तक के कंटीन्यूएशन फार्म जारी कर दिए गए हैं। पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड की ओर से सभी एसोसिएट स्कूलों को तीन साल ओर मान्यता देते हुए फीसों में 40 प्रतिशत का इजाफा कर दिया गया है। इसके 2100 एसोसिएट स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थियों व कर्मचारियों को कटीन्यूएशन फार्म भरने पडेगें। इसकी पूरी जानकारी पंजाब स्कूल एजुकेशन की वेबसाइट से ले सकते हैं। अब यह फीस बढ़ाकर 6 हजार से 10 हजार कर दी गई है। इसके लिए पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड की वेबसाइट पर लॉग इन कर सकते हैं। गौर हो कि इससे पहले शिक्षा विभाग की ओर से एसोसिएट स्कूलों को उनकी शर्ते पूरी न करने के कारण की बंद करने का फैसला जारी किया था। जिसका विरोध एसोसिएट स्कूलों की ओर से किया गया था। इसलिए शिक्षा विभाग की ओर से एसोसिएट स्कूलों को 2020 तक जारी रखने के साथ ही उनकी फीसों में बढ़ावा कर दिया है। पहले सभी एसोसिएट स्कूल 6 हजार फीस देते थे। लेकिन अब एसोसिएट स्कूलों को 10 हजार रुपए फीस देनी होगी। जोकि सभी स्कूल मुखियों द्वारा भरी जाएगी। फोटो- 15
स्लम एरिया के आते हैं बच्चे
एसोसिएट स्कूलों में ज्यादातर स्लम एरिया के विद्यार्थी ही पढ़ाई करने के लिए आते हैं। हमारे स्कूल में एसोसिएट नौवीं कक्षा से बारहवीं तक के विद्यार्थियों का हैं। स्कूलों में एसोसिएट विद्यार्थियों की फीस भी इतनी नहीं होती, फिर भी सरकार ने स्कूलों में फीस 6 हजार से बढ़ाकर 10 हजार कर दी है।
हरिओम ठाकूर, किरन पब्लिक स्कूल फोटो- 16
तीन साल की मान्यता देते हुए फीस बढ़ाई गई है सरकार की तरफ से पहले तो एसोसिएट स्कूलों की मान्यता रद करने का फैसला लिया गया था। लेकिन अब काफी संघर्ष के बाद तीन साल तक ओर स्कूलों को एसोसिएट के लिए मान्यता ओर मिल गई है। हमारे स्कूल में नौवीं व बारहवीं कक्षा एसोसिएट हैं। इस बार सरकार ने मान्यता तो दे दी, लेकिन फीस में 40 प्रतिशत इजाफा कर दिया है।
श्रर्दा बांसल, एसएसडी पब्लिक स्कूल प्रिसिपल। एसोसिएट स्कूलों का निर्माण इसलिए किया गया था, कि कुछ छोटे स्कूलों में विद्यार्थी अपनी पढ़ाई करें सके। क्योंकि इन स्कूलों में ज्यादातर गरीब परिवारों के विद्यार्थी ही आते हैं। इस बार सरकार ने स्कूलों की फीसों में 40 प्रतिशत तक बढ़ोतरी कर दी है। जोकि स्कूल मुखियों को उठानी पड़ेगी।
राकेश वर्मा,प्रिसिपल, सेंट हार्ट पब्लिक स्कूल।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप