आंगनबाड़ी वर्करों ने घेरा वित्तमंत्री मनप्रीत बादल का कार्यालय
जागरण संवाददाता, ब¨ठडा : ऑल पंजाब आंगनबाड़ी मुलाजिम यूनियन ने सोमवार को अपनी लंबित मांगों को लेकर क्ष
जागरण संवाददाता, ब¨ठडा : ऑल पंजाब आंगनबाड़ी मुलाजिम यूनियन ने सोमवार को अपनी लंबित मांगों को लेकर क्षेत्र के विधायक एवं राज्य के वित्तमंत्री मनप्रीत ¨सह बादल के कार्यालय का घेराव किया। मल्टीपर्पज स्टेडियम के नजदीक स्थित वित्तमंत्री के कार्यालय के समक्ष उन्होंने करीब चार घंटे धरना दिया। इस दौरान उन्होंने वित्तमंत्री मनप्रीत ¨सह बादल के अलावा मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की। धरने से पूर्व आंगनबाड़ी हेल्पर एवं वर्कर टीचर्स होम पर इकट्ठा हुई और उसके बाद शहर में रोष मार्च करती हुई वित्तमंत्री के कार्यालय के समक्ष पहुंची। आंगनबाड़ी यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष हरगो¨बद कौर ने कहा कि राज्य की 54 हजार आंगनबाड़ी वर्कर मामूली मान भत्ते पर अपना गुजारा कर रही हैं। राज्य सरकारें वर्षों से उनका शोषण कर रही हैं। मौजूदा सरकार भी उनकी मांगों को पूरी तरह नजरंदाज किए हुए है। उनकी मांगों पर बिलकुल ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसी के कारण ही उन्हें संघर्ष के लिए मजबूर होना पड़ा है। उन्होंने कहा कि अपनी मांगों की पूर्ति के लिए वे मंगलवार को भी वित्तमंत्री के कार्यालय समक्ष रोष प्रदर्शन करेंगी। उन्होंने नई दिल्ली सरकार के पेटर्न पर वर्कर को दस हजार और हेल्पर को पांच हजार रुपये मानभत्ता देने, आंगनबाड़ी लाभार्थियों को समय पर राशन देने, पिछले एक वर्ष से बकाया पड़ा आंगनबाड़ी केंद्रों का किराया देने, महिलाओं व बच्चों के मीनू में राशन की वृद्धि करने, वर्करों की वर्दियों की राशि जारी करने, बकाया बिल पास करने आदि की मांग की। इस मौके गुरमीत कौर, ¨शदरपाल कौर, ¨शदरपाल कौर भगता, रेशमा रानी, शीला, म¨हदर कौर पत्तो, दलजीत कौर, रणइंदर कौर, जसवीर कौर, अमृत कौर, प्रकाश कौर, कुलजीत कौर आदि भी मौजूद थीं। आंगनबाड़ी वर्करों के धरने में थर्मल प्लांट के संघर्षरत कर्मियों ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने मांग की कि नई दिल्ली सरकार की तरह ही पंजाब की आंगनबाड़ी वर्करों को मानभत्ता देने व अन्य लंबित मांगों को पूरा किया जाए।
रोड पर धरने से लोगों को परेशानी
करीब चार घंटे के इस प्रदर्शन के दौरान आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस दौरान एक एंबुलेंस फंस गई। उसे बड़ी मुश्किल के साथ निकाला गया। इसी तरह स्कूल की छुट्टी होने पर बच्चों व उनके अभिभावकों को भी परेशानी झेलनी पड़ी। प्रदर्शनकारियों ने केवल पैदल चलने के लिए ही सड़क पर रास्ता छोड़ा था।