लोगों के विरोध पर खालसा स्कूल में बनी समाध को तोड़ा
संवाद सहयोगी, तलवंडी साबो खालसा सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बीते दिन एक फकीर के नाम पर बनी समाध के
संवाद सहयोगी, तलवंडी साबो
खालसा सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बीते दिन एक फकीर के नाम पर बनी समाध के नवनिर्माण के बाद नगर के कुछ लोगों ने समाध के खिलाफ आवाज उठाने और उक्त समाध को सिख सिद्धांतों के उलट करार देने व शिकायत तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार के पास पहुंचने के बाद बुधवार को उक्त समाध को तोड़ दिया गया। जिक्रयोग्य है कि बीते दिन खालसा स्कूल के ग्राउंड नजदीक कुछ लोगों की ओर से साई तेगली शाह के नाम पर एक समाध का नवनिर्माण यह कहकर कर दिया गया था कि साईं तेगली शाह की उक्त समाध करीब डेढ़ सौ साल पुरानी है, परंतु बीते समय से कुछ कारणों से यह समाध बनाई नहीं जा सकी। समाध बनने के बाद विवाद उस समय ज्यादा गर्माया जब उस पर शेड डालकर एक डेरा रूपी बना दिया गया और वहां एक बार दीवान भी लग गया। नगर के कुछ लोगों की ओर से स्कूली बच्चों पर एक समाध का बुरा प्रभाव पड़ने का हवाला देते इस समाध को हटाने के लिए मुहिम छेड़ दी गई थी। बीते दिन नगर के कुछ लोगों की ओर से यह मामला तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत ¨सह के पास उठाया गया था, क्योंकि शैक्षणिक संस्था खालसे के नाम पर बनी है। इसलिए इसमें किसी समाध का होना सिख परंपरा के उलट हैं। इस विवाद के चलते बुधवार सुबह सर्वजीत ¨सह की अगुआई में पहुंचे सिख नौजवानों ने उक्त समाध को सिख सिद्धांतों के उलट बताते हुए गिरा दिया। गतका अकेडमी चला रहे सर्वजीत ¨सह ने बताया कि सिख सिद्धांतों की रक्षा के लिए उक्त समाध को तोड़ा गया है, उनकी किसी के साथ कोई दुश्मनी नहीं।
वहीं, जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत ¨सह के साथ संपर्क किया गया तो उन्होंने समाध को तोड़ने को सही करार देते कहा कि यदि उक्त सिख नौजवान समाध न तोड़ते तो आने वाली कल को शिरोमणि कमेटी के ¨सहों द्वारा यह समाध तोड़ी जानी थी जिसकी तैयारी भी पूरी हो चुकी थी।