हाईवे पर रिस्क है भाई, ट्रकों की पार्किग से जिंदगी की नहीं होगी भरपाई
अगर आप हाईवे पर गाड़ी चला रहे हो तो बहुत सावधान रहने की जरूरत है।
जागरण संवाददाता, बठिडा : अगर आप हाईवे पर गाड़ी चला रहे हो तो बहुत सावधान रहने की जरूरत है। जरा सी लापरवाही बड़े खतरे का कारण बन सकती है। जिले के हाईवे पर सड़क किनारे खड़े वाहन हादसे की मुख्य वजह हैं। ऐसे हादसों में तेजी से इजाफा हो रहा है। बेशक नेशनल हाईवे पर तेज गति से चलने का लाभ मिल रहा हो। लेकिन जान का जोखिम भी बढ़ गया है। जिले से निकलती मुख्य सड़कों के दोनों ओर वाहन खड़े नजर आते हैं। इसमें सबसे ज्यादा वाहन तो मानसा रोड पर ही खड़े दिखते हैं जिसका सबसे मुख्य कारण जस्सी चौक में तेल डिपुओं का होना है।
सड़क किनारे वाहन को चालक अकसर रात में खड़ा कर देते हैं, जो दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं। कहने को तो पुलिस दावा करती है कि रात को मुलाजिमों की हर चौक चौराहों पर गश्त होती है। लेकिन वह कभी कभार ही दिखाई देते हैं। जबकि दुर्घटनाएं अकसर ढाबों के आसपास होती हैं, क्योंकि ट्रक चालक लापरवाही से वाहन सड़क पर खड़ा कर देते हैं। खड़े वाहनों में न तो पार्किग लाइट जलाई जाती है और न ही रेडियम संकेत होते हैं जो हादसे का कारण है।
दूसरी तरफ पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हाईवे व सड़कों पर खड़े वाहनों के चालान काटने की जिम्मेदारी ट्रैफिक पुलिस या ट्रांसपोर्ट विभाग है। उनके द्वारा संबंधित विभाग को सूचित कर दिया जाता है जिसके बाद वह आगे की कार्रवाई करते हैं। जबकि नियमों के अनुसार पीडब्ल्यूडी के पास चालान काटने की कोई पावर नहीं होती।
ढाबों के पास नहीं होती चेकिग
सबसे ज्यादा बड़े वाहन ढाबों पर खड़े नजर आते हैं। रात व दिन में तो यहां वाहन एक के पीछे एक पार्क होते हैं। रात को तो आलम और भी भयंकर होता है। यहां से निकलने में भी डर बना रहता है। नियमित चेकिग और चालान न होने की वजह से हादसों का डर बना रहता है। जबकि कई बार ट्रकों या अन्य लोडिग वाहनों में उनकी क्षमता से अधिक माल भरा होता है जिसके कारण दुर्घटना का अंदेश रहता है।
धुंध में यह रखें सावधानी
-गाड़ी की लाइट व देखने की क्षमता को ध्यान में रखकर स्पीड रखें।
-कार को सड़क के दोनों ओर की मार्किग को डिवाइड करने वाली मार्किग लाइन से सटाकर चलाएं।
-पार्किग लाइट ऑन रखें। यह लगातार ब्लिंक करती हैं जिससे पीछे या सामने से आ रहे वाहनों का पता चल जाता है।
- दोपहिया वाहनों में भी इंडीकेटर व पार्किग लाइट जलाकर चलें।
कब कितने हादसे और कितनी गई जानें
साल हादसे मृतक जख्मी
2014 263 162 211
2015 256 149 268
2016 276 239 160
2017 301 216 229
2018 336 239 160
2019 257 205 131