ठेका अलाटमेंट के लिए सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन
जिले के गांव कैरे में शराब के ठेके का मामला उस समय गरमा गया जब विभाग ने गांव में नए वित्तीय वर्ष से ठेके की अलाटमेंट कर दी।
जागरण संवाददाता, बरनाला : जिले के गांव कैरे में शराब के ठेके का मामला उस समय गरमा गया, जब विभाग ने गांव में नए वित्तीय वर्ष से ठेके की अलाटमेंट कर दी। जिससे गुस्साए गांव निवासियों, युवक व पंचायत ने प्रदेश सरकार, विभाग व जिला प्रशासन के अधिकारी खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। सरपंच अमरजीत कौर ने बताया कि पंचायत ने गांव निवासियों की मांग को ध्यान में रखते डीसी को ज्ञापन देकर शराब का ठेका नहीं खोलने का भरोसा दिया था कि आपके गांव शराब का ठेका नहीं खुलेगा। उन्होंने कहा कि आबकारी विभाग ने डीसी की उपस्थिति में नए वित्तीय वर्ष से ठेके की अलाटमेंट कर दी, जिस से लगता है कि प्रबंधकीय अधिकारी गांव के लोगों को मूर्ख बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि गांव में शराब के ठेके के लिए पंचायत या प्राईवेट जगह नहीं दी जाएगी, यदि फिर भी धक्केशाही की गई तो वह प्रदेश सरकार, आबकारी व जिला प्रबंधकीय अधिकारियों खिलाफ संघर्ष शुरु करेंगे, जिसके जिम्मेदार प्रशासन के अधिकारी होंगे। इस अवसर पर बलौर सिंह, गुरविन्दर सिंह, कुलदीप सिंह, अमनदीप सिंह, सतनाम सिंह आदि के अलावा अन्य उपस्थित थे।
चौकी इंचार्ज के आश्वासन पर धरना स्थगित
पंच परमजीत सिंह कैरे ने बताया कि थाना सदर अधीन पड़ती पुलिस चौकी पक्खो कैंचियों के इंचार्ज कोर सिंह के शराब का ठेका नहीं खुलने का भरोसा देने पर रोष धरना मुलतवी कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि 31 मार्च को शराब के ठेके समक्ष गांव निवासी जलसा करके नए सिरे से शराब का ठेका खोलने संबंधी रोष प्रदर्शन करके सोए पड़े प्रशासन व सरकार को जगाने की कोशिश करेंगे व अगले संघर्ष की रूपरेखा बनाई जाएगी।
पंचायत ने नहीं भेजा प्रस्ताव : बराड़
कर व अबाकारी विभाग के सहायक कमिश्नर जसकरन सिंह बराड़ ने कहा कि 30 सितंबर तक गांव में शराब का ठेका नहीं खोलने का प्रस्ताव डाल कर देना था, परंतु कैरे गांव की पंचायत का कोई प्रस्ताव नहीं आया। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा नियमों अनुसार अलाटमेंट की गई है व ठेका खुलेगा। उन्होंने बताया कि प्रस्ताव टाइम पर आने के बाद भी विभाग की शर्ते पूरी होने उपरांत ही ठेका नहीं खुलने की मंजूरी मिलती है।