कोरोना ने फीका किया रक्षाबंध का उत्साह, बाजारों में नहीं दिखी रौनक
अमनदीप राठौड़ बरनाला भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को मजबूती प्रदान करने वाला रक्षाबंधन को लेकर बाजार में खरीदारां की कमी।
अमनदीप राठौड़, बरनाला :
भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को मजबूती प्रदान करने वाला रक्षाबंधन का त्योहार इस बार फीक महसूस हो रहा है। इस दिन बहन भाई की कलाई पर रेशम का धागा बांधती है तथा उसकी सुरक्षा की कामना करती है। लेकिन इस बार कोरोना के संक्रमण के चलते न तो लोगों में उत्साह दिख रहा है और न ही बाजारों में रौनक है।
जस्सी जनरल स्टोर के मालिक जस्सी ने बताया कि पहले रक्षाबंध पर ग्राहकों की भरमार होती थी, बहनें अपने भाइयों के लिए सुंदर-सुंदर राखी खरीदती थीं। लेकिन इस बार कोरोना के कारण बाजारों में न तो रौनक व न ही खरीदार दिखाई दे रहे हैं। बाजार से रौनक हुई गायब
महाराजा जनरल स्टोर के मालिक विनोद कुमार राजू ने कहा कि पिछला सीजन उनकी काफी अच्छा रहा था। परंतु अब कोरोना वायरस के कारण सीजन ठीक नहीं रह रहा, वह सुबह से ही ग्राहकों का इंतजार करते रहते हैं। लेकिन बेहद कम लोग राखी की खरीदारी करने के लिए आ रहे हैं। पहले जैसा उत्साह लोगों में इस बार देखने को नहीं मिल रहा। यूं कह लीजिए कि इस राखी के सीजन को कोरोना वायरस ने पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है। नहीं दिख रहे खरीदार
राखी विक्रेता बिट्टू शर्मा, गोगी कुमार व अवतार सिंह ने बताया कि बाजार में पहले जैसी बात नहीं है। कोरोना के कारण इस बार पिछले साल के मुकाबले 50 फीसद माल कम मंगवाया है। लोग बाजारों में कम निकल रहे हैं। ऑनलाइन राखियों की खरीदारी की जा रही है। इसी के कारण बाजार में राखियों की बिक्री उम्मीद के मुकाबले काफी कम है। कोरोना के कारण बाजार पूरी तरह से मंदा है। महंगी राखी के खरीदार कम हैं। 10 से लेकर 50 रुपये तक की राखी ही बिक रही है।