मजदूर संगठन करेंगे कल को चक्का जाम
मजदूर विरोधी नीतियों के कारण आम लोगों के लिए घर चलाना मुश्किल हो गया है, क्योंकि मोदी सरकार कारपोरेट घरानों के हितों की पूर्ति के लिए देश के दबे-कुचले लोगों का कचूंमर निकाल रही है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल व डीजल की कीमतों में विस्तार कारण देश की आर्थिकता डूबती जा रही है। रसोई गैस आम लोगों की पहुंच से बाहर हो रही है। मोदी सरकार व भाजपा के राज्य वाली 19 सरकार पेट्रोलियम वस्तुओं को जीएसटी
जागरण संवाददाता, बरनाला :
मोदी सरकार के लोक विरोधी नीतियों के खिलाफ इंसाफ पसंद संगठनों द्वारा 10 सितंबर के भारत बंद का समर्थन किया जाएगा। यह बात मजदूर नेता शेर ¨सह फरवाही व मान ¨सह गुरम ने कही। उन्होंने बताया कि मोदी सरकार की किसान, मजदूर विरोधी नीतियों के कारण आम लोगों के लिए घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है, क्योंकि मोदी सरकार कारपोरेट घरानों के हितों की पूर्ति के लिए देश के दबे-कुचले लोगों का कचूमर निकाल रही है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल व डीजल की कीमतों में विस्तार कारण देश की आर्थिकता डूबती जा रही है। रसोई गैस आम लोगों की पहुंच से बाहर हो रही है। मजदूर नेताओं ने कहा कि 10 सितंबर को कन्या कुमारी से कश्मीर तक मुकम्मल चक्का जाम होगा। जिसमें सीटू, मनरेगा मजदूर यूनियन, लाल झंडा भट्टा मजदूर यूनियन, भारत निर्माण मिस्त्री मजदूर यूनियन, लाल झंडा, ग्रामीण चौकीदार यूनियन सहित अन्य यूनियन बढ़ चढ़ कर समर्थन करेंगी।
इस अवसर पर जीत ¨सह पक्खो, हरबंस ¨सह कट्टू, प्रीतम ¨सह सहजड़ा, चमकौर ¨सह चीमा, गुरदीप ¨सह भोला, प्रेम रूड़ेके आदि उपस्थित थे।