Move to Jagran APP

मजदूर छोड़ने बंगाल गया बस चालक साथ लाया 25 मुसाफिर

संवाद सहयोगी बरनाला कोविड-19 के तहत बंगाल में फंसे लोगों को बिना मंजूरी सवारी लेकर आया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Jun 2020 11:02 PM (IST)Updated: Thu, 04 Jun 2020 06:09 AM (IST)
मजदूर छोड़ने बंगाल गया बस चालक साथ लाया 25 मुसाफिर
मजदूर छोड़ने बंगाल गया बस चालक साथ लाया 25 मुसाफिर

संवाद सहयोगी, बरनाला :

loksabha election banner

कोविड-19 के तहत बंगाल में फंसे लोगों को बिना मंजूरी लिए आहलूवालिया ट्रांसपोर्ट के बस चालक ने 25 लोगों को बरनाला लेकर आ गया। बरनाला पहुंची बस को टी प्वाइंट पर रोक लिया गया था, जिसमें 10 मुसाफिर जोकि बरनाला निवासी थे कि कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव पाए जाने पर क्वारंटाइन सेंटर से घर भेज दिया गया। वहीं पुलिस ने बस प्रबंधक अवतार सिंह, ड्राइवर गुरमेल सिंह व कंडक्टर राजिदर सिंह पर केस दर्ज करके काबू कर कार्रवाई शुरु कर दी है व आरोपितों को जमानत रिहा कर दिया है। नाम न बताने की शर्त पर आए लोगों ने बताया कि होटल से तालमेल करके पांच हजार प्रति व्यक्ति किराया वसूला गया है।

मामले की जांच कर रहे एएसआइ सेवा सिंह ने बताया कि उन्हे सूचना मिली कि टी प्वाइंट बरनाला आहलूवालिया ट्रांसपोर्ट की बस नंबर-पीबी-19एम-1811 में बंगाल से अवैध तरीके से मुसाफिर लाए जा रहे है। जिसमें 25 से अधिक सवारियां थी व 10 बरनाला निवासी थे। जिनके वेस्ट बंगाल से लाया गया था। इनमें सफर कर रहे अन्य मुसाफिरों को जिला प्रशासन को सौंप दिया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने प्रबंधक अवतार सिंह, ड्राइवर गुरमेल सिंह व कंडक्टर राजिदर सिंह पर केस दर्ज करके काबू कर बर-जमानत रिहा कर दिया है।

सीएमओ डॉक्टर गुरिदरबीर सिंह ने कहा कि सेहत विभाग द्वारा बरनाला के 10 मुसाफिरों का कोरोना टेस्ट करके क्वारंटाइन किया गया था, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आने पर घर भेजा जा चुका है। तीन जून को सेहत विभाग द्वारा 88 नए सैंपल लिए गए है व 2 जून को 128 में 105 की रिपोर्ट निगेटिव आई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.