पराली के धुएं से घुट रहा दम, प्रशासन बेपरवाह
सरेआम जल रही पराली, सड़कों व घरों में धुआं ही धुआं, लोगों का निकल रहा दम, प्रशासन भी हुआ बेदमसरेआम जल रही पराली, सड़कों व घरों में धुआं ही धुआं, लोगों का निकल रहा दम, प्रशासन भी हुआ बेदमसरेआम जल रही पराली, सड़कों व घरों में धुआं ही धुआं, लोगों का निकल रहा दम, प्रशासन भी हुआ बेदमसरेआम जल रही पराली, सड़कों व घरों में धुआं ही धुआं, लोगों का निकल रहा दम, प्रशासन भी हुआ बेदमसरेआम जल रही पराली, सड़कों व घरों में धुआं ही धुआं, लोगों का निकल रहा दम, प्रशासन भी हुआ बेदमसरेआम जल रही पराली, सड़कों व घरों में धुआं ही धुआं, लोगों का निकल रहा दम, प्रशासन भी हुआ बेदमसरेआम जल रही पराली, सड़कों व घरों में धुआं ही धुआं, लोगों का निकल रहा दम, प्रशासन भी हुआ बेदमसरेआम जल रही पराली, सड़कों व घरों में धुआं ही धुआं, लोगों का निकल रहा दम, प्रशासन भी हुआ बेदम
हेमंत राजू, बरनाला : चारों तरफ खेतों में सरेआम पराली जल रही है, धुंआ शहर की सड़कों पर छाया हुआ है व बाजारों में दुकानों व घरों में घुस गया है। लोग जाए तो जाएं कहां। चारों तरफ धुआं ही धुआं है, मुंह पर रुमाल बांध कर अपना काम निपटाने को मजबूर हैं। स्कूलों में धुआं फैलने से बच्चे बेबस हो गए हैं व अब बच्चों का स्कूल जाना भी कम हो गया है व ट्यूशन पर जाना बंद हो गया है। डीसी परिसर में भी धुएं ने वहां पर बैठे कर्मचारियों की आंखों में जलन शुरू कर दी है व उन्होंने अपना नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि अब सरकार को इसका हल करना चाहिए। वही अब लोग सोशल मीडिया पर भी यह मैसेज वायरल कर रहे हैं कि हमें सेहत की कीमत पर चावल बिल्कुल नहीं चाहिए। किसान शरेआम पराली जला रहे
इस पराली से सिविल अस्पताल व निजी अस्पतालों में सांस, एलर्जी व अस्थमा के रोगियों की संख्या में भी प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है। हर आदमी खांस रहा हैं।
प्राइमरी स्कूलों में भी बच्चों की उपस्थिति भी कम होने लगी है व ट्यूशन भी बंद हो गए हैं। लोग घरों में ही कैद होकर रह गए हैं। अब तक जिला पुलिस प्रशासन ने जिले में 160 किसानों पर केस दर्ज करके व उन्हें करीब सवा 4 लाख रुपये जुर्माना करके अपनी जिम्मेवारी से पल्ला झाड़ लिया है। ऐसे में जिला प्रशासन खामोश है, जबकि आसमान व जमीन पर फैले इस धुंए का अहसास सभी प्रशासनिक अधिकारियों का दम घोट रहा है। किसानों को हर हल पराली न जलाने को करना होगा तैयार : नीरज
समाज सेवी व पर्यावरण प्रेमी नीरज ¨जदल ने कहा कि किसानों द्वारा खेतों में पराली में लगाई आग से निकला धुआं ना सिर्फ पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है बल्कि आम लोगों की सेहत पर भी बुरा असर डाल रहा है। धान काटने के बाद किसान फटाफट खेतों का काम निपटाने के लिए पराली जला रहे है। जिले के हर क्षेत्र के हर कोने में पराली में लगी आग की लपटे देखी जा सकती है। सरकार व जिला प्रशासन को चाहिए कि वह किसानों को सुविधाएं प्रदान करें व आम लोगों को बीमार ना करें। कई तरह की परेशान खड़ी हो रही : डॉ. मनप्रीत
सिविल अस्पताल बरनाला के एमडी मेडिसन डॉक्टर मनप्रीत सिद्धू ने कहा कि पराली के धुएं से प्रभावित पर्यावरण में रहने वाले लोग कैंसर, चर्म रोग, दमा,सिरदर्द, एलर्जी, आंखों में जलन जैसी बीमारियों से पीड़ित हो जाते है। सभी अस्पतालों में सांस, दमा, खारिश, बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। अस्थमा के रोगी व अन्य लोग अपने मुंह पर मास्क लगाकर रखें। हाईकोर्ट के आदेशों का पालन करवाया जा रहा : डीसी
इस संबंधी डीसी बरनाला धर्मपाल गुप्ता ने कहा कि जिले में पराली जलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है व एनजीटी के नियमों के अनुसार व हाईकोर्ट कोर्ट के आदेशों का पालन करवाया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि जिले में अब की बार कम पराली जली है व जो किसान पराली जला रहे है उनके चालान किए जा रहे हैं।