शिवसेना नेता पर हमले के बाद संघ ने शाम को लगने वाली शाखाओं पर लगाई रोक
आरएसएस के नेताओं और उनके कार्यालय आतंकियों के निशाने पर होने की सूचना से दहशत का माहौल है।
संवाद सहयोगी बरनाला: गुरदासपुर में शिवसेना हिदुस्तान उत्तर भारत के यूथ विंग के प्रधान हनी महाजन पर सोमवार शाम को हुए हमले के बाद जिले में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) ने शाम को लगने वाली शाखाओं पर रोक लगा दी है। इस हमले में एक दुकानदार की गोली लगने से मौत हो गई थी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता और उनके कार्यालय आतंकियों के निशाने पर होने की सूचना से जिले में दहशत का माहौल है।
जिले में धनौला, भदौड़, महलकलां, तपा व बरनाला में 5 से अधिक शाखाएं सुबह व शाम को लगती है, जिसमें करीब 200 स्वयंसेवक शामिल होते है। इसके साथ जिले में करीब पांच हजार कार्यकर्ता है। संघ की शाम को लगने वाली शाखाएं एक सप्ताह से बंद है। इसके साथ ही पंजाब पुलिस ने आरएसएस नेताओं और उनके कार्यालयों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए पुख्ता प्रबंध कर लिए है।
एसएसपी हरजीत सिंह ने बताया कि उनकी तरफ से संघ के लोगों से संपर्क बना लिया है व पीसीआर जवानों के साथ सिटी पुलिस को अलर्ट पर रखा है। उन्होने कहा कि पुलिस द्वारा सुरक्षा के मद्देनजर पुख्ता प्रबंध कर लिए है, किसी को घबराने की जरूरत नहीं है।
शाखाओं में पुलिस जवानों की ड्यूटी लगाई
आरएसएस नेताओं और कार्यालयों की सुरक्षा को लेकर हर जिले में पुलिस द्वारा पहले से ही शाखाओं में पुलिस जवानों की ड्यूटी लगाई गई है, जोकि शाखा के समय तैनात होकर समाप्त होने पर ही लौटते है। इसके साथ पुलिस द्वारा लगातार कार्यकर्ताओं पर पैनी नजर बनाई हुई है व अधिकारियों द्वारा उनसे संपर्क बनाया गया है। आरएसएस कार्यकर्ताओं पर हो रहे हमले चिता का विषय
जिला बरनाला में सुखदर्शन कुमार जिला कार्यभार संभाल रहे है। उन्होंने कहा कि वैसे तो आरएसएस के कार्यकर्ताओं को खुद की सुरक्षा के लिए युद्ध अभ्यास का ज्ञान है। परंतु फिर भी पुलिस का संपर्क बना है। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले ही डीएसपी राजेश कुमार छिब्बर द्वारा शाखाओं का दौरा किया जा चुका है। सर्वहितकारी स्कूल में बने कार्यालय में कोई नहीं रहता है। यहां केवल गेस्ट रूम बना है। उन्होंने कहा कि आरएसएस कार्यकर्ताओं पर हो रहे हमले चिता का विषय है। उन्होंने पंजाब सरकार से मांग की है कि इस ओर ध्यान दिया जाना चाहिए।