Move to Jagran APP

अवैध कब्जों की भेंट चढ़े निकासी नाले

सड़कों पर बरसात के पानी की निकासी के लिए बेशक करोड़ों रुपये खर्च करके निकासी नाले बनाए गए हैं, लेकिन यह नाले बरसाती पानी की निकासी के लिए बल्कि अवैध कब्जों की खातिर अधिक इस्तेमाल किए जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Jun 2018 10:28 PM (IST)Updated: Sat, 16 Jun 2018 10:28 PM (IST)
अवैध कब्जों की भेंट चढ़े निकासी नाले
अवैध कब्जों की भेंट चढ़े निकासी नाले

जागरण संवाददाता, संगरूर :

loksabha election banner

सड़कों पर बरसात के पानी की निकासी के लिए बेशक करोड़ों रुपये खर्च करके निकासी नाले बनाए गए हैं, लेकिन यह नाले बरसाती पानी की निकासी के लिए बल्कि अवैध कब्जों की खातिर अधिक इस्तेमाल किए जा रहे हैं। हैरानी की बात है कि वैसे तो रिहायशी मकानों की दहलीज भी नाले में रुकावट बनने पर नगर कौंसिल द्वारा दहलीज को तुड़वा दिया जाता है, जबकि संगरूर में डिप्टी कमिश्नर की कोठी के सामने से गुजरते निकासी नाले को कवर करके बनाया बगीचा प्रशासन को दिखाई ही नहीं दे रहा है। नालों पर अवैध कब्जे तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद नगर कौंसिल कतई गंभीर नहीं है। दूसरी तरफ नगर कौंसिल इन नालों की सफाई पर भी कोई ध्यान नहीं दे रही है, जिस कारण यह नाले गंदगी से भरे हुए हैं व पानी की निकासी करने में पूरी तरह से असमर्थ हैं। बरसात के पानी की निकासी दुरुस्त न होने के कारण पूरा शहर मानसून के दिनों में झील में तबदील हो जाता है।

सड़कों किनारे बनाए गए नाले

संगरूर शहर के धूरी रोड रेलवे पुल से सिविल अस्पताल, सिविल अस्पताल से महावीर चौक, महावीर चौक से रेलवे चौक, रेलवे चौक से शहीद भगत ¨सह चौक, पटियाला रोड, रणबीर कालेज रोड, मैहलां रोड, बरनाला रोड पर सड़कों के साथ-साथ कई वर्ष पहले बरसाती पानी की निकासी के लिए नाले बनाए गए, ताकि बरसात का पानी तुंरत बहकर नालों में गिरे, जिससे न केवल सड़कों की मियाद बढ़ेगा, वहीं सड़कों पर बरसात का पानी जमा नहीं होगा। ¨कतु करोड़ों रुपये खर्च करके बनाए यह नाले बेकार साबित हो रही है, क्योंकि नाले तो बनाए गए, लेकिन पानी का निकास नहीं किा गया।

गंदगी से भरे हैं नाले, सफाई पर नहीं कोई ध्यान

मुख्य सड़कों से पानी की निकासी के लिए बनाए गए नाले अब गंदगी से लबालब भरे हुए हैं। सड़कों की सफाई करके भी कूडा कर्कट नाले में ही डाल दिया जाता है, जबकि अन्य लोग भी कूड़ा इन्हीं नालों में डाल देते हैं, जिस कारण नाले गंदगी से पूरी तरह से भरे हुए हैं। नगर कौंसिल इनकी सफाई पर कोई कदम नहीं उठा रही है, जिस कारण जरा सी बरसात में भी पानी सड़कों पर जमा हो जाता है, लेकिन इन नालों से पानी की निकासी नहीं हो पाती है। पिछले वर्ष शहर के नौजवानों ने यूथ पावर ग्रुप के साथ मिलकर इन नालों की सफाई करवाई थी, लेकिन इसके बाद कौंसिल ने दोबारा सफाई करवाने की जहमत नहीं उठाई।

अवैध कब्जों के कारण बंद हुए निकासी नाले

सड़कों के किनारे बनाए गए निकासी नाले अवैध कब्जों की भेंट चढ़ चुके हैं। दुकानदारों ने जहां नाले को कवर करके इस जगह को इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है, वहीं डिप्टी कमिश्नर निवासी के बाहर नाले को कवर करके उस पर बगीचा बना दिया है। हैरानी की बात है कि डीसी का निवास दिल्ली-लुधियाना मुख्य मार्ग पर स्थित हैं। ऐसे में इस बगीचे कारण जहां नाले की निकासी व सफाई ठप है, वहीं हादसों का सबब बन रहा है।

सड़क नई बनाई, पर पानी की निकासी का प्रबंध नहीं

स्थानीय रेलवे चौक से रेलवे स्टेशन तक की खस्ताहाल सड़क का लंबे अरसे के बाद निर्माण गत दिनों ही करवाया गया है, लेकिन बरसात के पानी की निकासी का कोई प्रबंध नहीं किया गया है। रेलवे स्टेशन का सारा पानी इस रोड पर ही आता है। ऐसे में मानसून के सीजन में ही इस रोड के निवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। इस रोड पर पानी की निकासी के लिए नाला मौजूद था, लेकिन धीरे-धीरे लोगों ने नाजायज कब्जों में दबकर लुप्त हो गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.