आरएसएस ने निकाला पंथ संचलन रूट मार्च
विजयदशमी के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के के स्वयंसेवकों ने पथ संचलन निकाला।
संवाद सहयोगी, बरनाला : विजयदशमी के अवसर पर 1925 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के गठन की खुशी में आरएसएस के स्वयंसेवकों द्वारा ठुल्लीवाल धर्मशाला फरवाही बाजार से सदर बाजार, रामबाग रोड, पक्का कॉलेज रोड तक पंथ संचलन रूट मार्च निकाला जिसमें सैकड़ों स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर पर्यावरण सरंक्षण के पंजाब प्रमुख रामगोपाल, मुख्यातिथि कुलवंत राय गोयल व अरुण गर्ग उपस्थित थे। इस दौरान राम गोपाल प्रांत प्रचारक व पर्यावरण संरक्षण पंजाब प्रमुख राम गोपाल ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मूल उद्देश्य उनकी शाखाओं की संख्या बढ़ाना व लोगों की भीड़ इकट्ठा करना नहीं, बल्किशाखाओं में ऐसे स्वयंसेवक को तैयार करना है जो राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका और निष्ठा के साथ निभा सकें। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री एक स्वयंसेवक की भूमिका निभाते हुए देश को चला रहे हैं। इसी प्रकार पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी हर जगह विशिष्ट पहचान बना चुके थे। उन्होंने कहा कि 1925 से लेकर अब तक पंजाब में 60,000 स्वयंसेवक बन गए हैं व पूरे देश में 60,000 शाखाएं लगाई जा रही हैं। संघ का कार्य समाज को नई सीख देना है। हमें पर्यावरण को बचाने के लिए पौधे लगाने चाहिए क्योंकि एक पेड़ ऑक्सीजन, पानी, शुद्ध हवा के साथ-साथ पर्यावरण को सुरक्षित रखता है। रूट मार्च के दौरान देश है पुकारता, पुकारती है भारती, वंदे मातरम, जय श्रीराम, भारत माता की जय के जयकारों के साथ शहर गूंज उठा।