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डीईओ एलिमेंट्री दफ्तर किया घेराव

बरनाला प्रदेश सरकार द्वारा अध्यापकों को पक्का करने के लिए लगातार अध्यापकों को परेशान किया जा रहा है व उन पर रोष प्रदर्शन का विरोध करने पर लाठीचार्ज जैसे अत्याचार किए जा रहे हैं। जिससे अध्यापकों की आवाज दब जाए व अध्यापक संघर्ष को छोड़ दें। लेकिन अध्यापकों द्वारा संघर्ष लगातार जारी है जिसके चलते सरकारी स्कूलों में चल रहे सरकारी गैर जरूरी प्रोजेक्ट पढ़ो पंजाब के बाय काट को लागू करने के लिए जिला शिक्षा अफसर एलिमेंट्री के दफ्तर का घेराव कर रोष प्रदर्शन व प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 07:06 PM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 07:06 PM (IST)
डीईओ एलिमेंट्री दफ्तर किया घेराव
डीईओ एलिमेंट्री दफ्तर किया घेराव

संवाद सहयोगी, बरनाला : प्रदेश सरकार द्वारा अध्यापकों को पक्का करने के लिए लगातार अध्यापकों को परेशान किया जा रहा है व उन पर रोष प्रदर्शन का विरोध करने पर लाठीचार्ज जैसे अत्याचार किए जा रहे हैं। जिससे अध्यापकों की आवाज दब जाए व अध्यापक संघर्ष को छोड़ दें। लेकिन अध्यापकों द्वारा संघर्ष लगातार जारी है, जिसके चलते सरकारी स्कूलों में चल रहे सरकारी गैर जरूरी प्रोजेक्ट पढ़ो पंजाब के बाय काट को लागू करने के लिए जिला शिक्षा अफसर एलीमेंट्री के दफ्तर का घेराव कर रोष प्रदर्शन व प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई।

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इस मौके पर अध्यापक संघर्ष कमेटी के जिला प्रधान नरेंद्र गोयल, पर¨मदर पाल, कीर्तन बरनाला, गुरमीत, जस¨वदर ने कहा कि प्रदेश सरकार लंबे समय से अध्यापकों की कम की सैलरी व कच्चे मुलाजिम को पक्का करने की नीति को लागू ना कर के अध्यापकों पर अत्याचार कर रही है। स्कूलों में पढ़ो पंजाब पढ़ाओ पंजाब जैसे प्रोजेक्ट को लेकर अध्यापकों को धक्का शाही कर परेशान कर रही है। उन्होंने कहा कि जिला शिक्षा अफसर व जिला शिक्षा अफसर एलिमेंट्री द्वारा पढ़ो पंजाब प्रोजेक्ट चलाने के लिए अध्यापकों को तंग परेशान करके धक्का किया जा रहा है, जिसके चलते उनके द्वारा आज रोष प्रदर्शन करके डीईओ दफ्तर का घेराव किया गया व प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। ढिल्लों की कोठी का किया घेराव डीईओ दफ्तर का घेराव करने के बाद अध्यापक संघर्ष कमेटी बरनाला द्वारा पूर्व विधायक के ढिल्लो की कोठी का घेराव करके प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई व प्रदर्शन किया गया। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल के जवानों द्वारा अध्यापकों को कोठी के अंदर जाने से रोका गया, जिसके कारण अध्यापकों व पुलिस में आपसी विवाद हो गया। लेकिन, अध्यापक अपना संघर्ष करने में कामयाब रहे।


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