सेवा केंद्र के कर्मचारी नौकरी बचाने को किए प्रदर्शन
संवाद सहयोगी, बरनाला : पूर्व प्रदेश सरकार की तरफ से आम लोगों के कामकाज को सरल बनाने के
संवाद सहयोगी, बरनाला : पूर्व प्रदेश सरकार की तरफ से आम लोगों के कामकाज को सरल बनाने के लिए जहां विभिन्न गांवों व शहरों में 51 सेवा केंद्रों में शुरू किए गए, वहीं प्रदेश की कैप्टन सरकार की तरफ से प्रदेश में बने 2147 सेवा केंद्र में से 1647 के करीब सेवा केंद्र बंद किए जा रहे हैं। प्रदेश में बने इन सेवा केंद्रों में पांच हजार के करीब कर्मचारी नौकरी करते हैं, सेवा केंद्र बंद होने से हजारों की संख्या में लोग बेरोजगार हो जाएंगे। सेवा केंद्रों के बंद होने के रोष व सेवा केंद्र कर्मचारियों को प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा चार माह का मेहनताना नहीं देने से गुस्साए सेवा केंद्र के कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करके प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इस अवसर सेवा केंद्र के कर्मचारी विक्रमजीत ¨सह, विकास कुमार, हरप्रीत ¨सह, भोला ¨सह, अवतार ¨सह, जस¨वदर ¨सह, रछपाल ¨सह आदि ने कहा कि सेवा केंद्रों को बंद करने के फैसले व केंद्र में काम करते कर्मचारियों को चार माह का मेहनताना नहीं मिलने के रोष में अनिश्चितकालीन हड़ताल की गई है। उन्होंने कहा कि कंपनी की तरफ से उनको सेवा केंद्रों की चाबियां वापिस कर घर जाने के लिए बोल दिया गया है, अगर हम कंपनी से चार माह का वेतन मांगने लगते हैं तो उन्हें कंपनी से निकालने की धमकी दी जाती है, या फिर प्रदेश सरकार की तरफ से रुपये नहीं भेजने का बहाना लगा दिया जाता है। कहा, एक तरफ ता कैप्टन सरकार रोजगार दा टोल बजा रही ए, ते दूजे पासे सेवा केंद्र बंद करके बेरोजगार कर रही है।
सेवा केंद्र कर्मचारियों द्वारा की गई हड़ताल के दौरान अवतार ¨सह, जस¨वदर ¨सह, रछपाल ¨सह, प्रकंज ¨सगला आदि ने कहा कि इक तरफ कैप्टन सरकार रोजगार का ढोल बजा रही है तो दूसरी तरफ सेवा केंद्र बंद कर हजारों नौजवानों को बेरोजगार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र में काम करने वाले कुछ कर्मचारी ऐसे भी हैं जिनका गुजारा ही यहां वे मिलने वाले वेतन से ही होता है। पिछले 4 माह का वेतन देने की जगह सेवा केंद्र बंद कर रही है।
सरकार से नहीं मिला फंड
गौर हो कि पूर्व प्रदेश सरकार द्वारा खोले गए सेवा केंद्रों को चला रही बीएलएस कंपनी के प्रदेश के हेड ऑपरेटर अवरीश सक्सेना ने कहा कि उनकी तरफ से किसी का भी मेहनताना नहीं रोका गया है, उन्होंने कहा कि प्रदेश में खोले गए 2147 सेवा केंद्रों में काम कर रहे पांच हजार के करीब कर्मचारियों का 172 करोड़ का वेतन रिलीज होना बाकी है। जैसे ही प्रदेश सरकार ग्रांट रिलीज करती है तो सभी को मेहनताना दिया जाएगा।