फार्मासिस्टों ने मांगों को लेकर जताया रोष
जिले के फारमेसी अफसरों द्वारा मांगों को लेकर बैठक की गई।
जागरण संवाददाता, बरनाला: जिले के फार्मासिस्टों ने अन्य संगठनों के सहयोग से लिए अपने फैसले के मुताबिक अपनी ड्यूटी काले बिल्ले लगाकर की। ऐलान के मुताबिक ऐसा 26 दिसंबर तक किया जाएगा। पंजाब राज्य फार्मेसी अफसर जिला बरनाला के प्रधान शीशन कुमार व सचिव दर्शन कुमार ने बताया कि इस संबंधी सारी जानकारी सिविल सर्जन बरनाला डॉक्टर जुगल किशोर को लिखित तौर पर देने के बावजूद भी कोई समाधान नही हुआ। उन्होंने कहा कि अपनी जायज मांगों की पूर्ति के लिए अगर संगठन को संघर्ष तीव्र करना पड़ा, तो वह जरूर करेंगे। इसकी सारी जिम्मेवारी सिविल सर्जन बरनाला की होगी।
रोष जताते हुए उन्होंने कहा कि जिले की सेहत संस्थानों में फार्मासिस्टों को वीआइपी व इमरजेंसी ड्यूटियां लगाकर मेडिकल अफसर व अटेंडेंट के बिना काम करने के लिए मजबूर किया जाता है, जबकि फार्मासिस्ट अपने तौर पर किसी मरीज का इलाज नही कर सकता, बल्कि उसने मेडिकल अफसर द्वारा लिखी हुई दवाई ही देनी होती है। इसके लिए फार्मेसी अफसरों की अकेले तौर पर ड्यूटी लगाने से जहां फार्मासिस्टों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं सेहत सुविधा लेने की आस में आने वाले मरीजों की परेशानियां और भी बढ़ जाती है। जब मेडिकल अफसर न होने की सूरत में लोगों को पर्याप्त ईलाज नहीं मिलता है, तो फार्मासिस्टों पर लोग भड़क जाते हैं। इस अवसर पर संगठन के अन्य नेता राज कुमार गोयल, रजिदर कुमार, वरिदर कुमार, खुशदेव बांसल आदि उपस्थित थे।