मौसब के बदले मिजाज से अस्पतालों में बढ़ रहे बीमार
सिविल अस्पताल बरनाला में इलाज के आने वाले मरीजों को नही मिल रहे इलाज को बेडसिविल अस्पताल बरनाला में इलाज के आने वाले मरीजों को नही मिल रहे इलाज को बेडसिविल अस्पताल बरनाला में इलाज के आने वाले मरीजों को नही मिल रहे इलाज को बेडसिविल अस्पताल बरनाला में इलाज के आने वाले मरीजों को नही मिल रहे इलाज को बेडसिविल अस्पताल बरनाला में इलाज के आने वाले मरीजों को नही मिल रहे इलाज को बेड
सोनू उप्पल, बरनाला : डेंगू के बढ़ रहे प्रकोप व मौसम के बदलते मिजाज के कारण लोग प्रतिदिन बीमार हो रहे है, जिस कारण इलाज के लिए मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में सिविल अस्पताल बरनाला में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को अपना इलाज करवाने के लिए बेड नहीं मिल पाता है, जिस कारण मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
गौरतलब हो कि जहां जिला बरनाला टूटी सड़कों, पानी की निकासी, ट्रैफिक व्यवस्था, शिक्षा के क्षेत्र, गंदगी की समस्या, सार्वजनिक शौचालय जैसी समस्याओं से जूझ रहा है, वहीं पूरी तरह से सेहत सुविधा का न मिल पाना सबसे बड़ी परेशानी है।
गौर हो कि सिविल अस्पताल बरनाला में प्रतिदिन 1200 से 1400 के करीब मरीज इलाज करवाने के लिए आते हैं, इसके साथ ही डेंगू के प्रकोप के कारण अस्पताल में बेड भरे पड़े हैं, साथ ही अन्य हादसों में पीड़ित भी सिविल अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं। ऐसे में सिविल अस्पताल में आने वाले 2000 के करीब संख्या में मरीजों के इलाज के लिए 160 बेड अस्पताल बहुत ही छोटा रह जाता है, जिस कारण मरीजों को अपना इलाज करवाने को दूसरे शहरों में मंहगा इलाज करना मजबूरी बन गया है। बता दें कि सिविल अस्पताल बरनाला में 160 बेड है, जिसमें 50 बेड जच्चा बच्चा, 10 स्पेशल वार्ड, 30 इमरजेंसी वार्ड व 60 बेड जरनल वार्ड में शामिल है। सिविल अस्पताल बरनाला में बेड की कमी को लेकर हर बार नेता अपनी वोट तक सिमट कर रह चुके हैं व सेहत सुविधाओं के नाम राजनीति कर रहे हैं। नौबत तो इस कदर आ चली है कि अब सामाजिक संस्थाओं को ही सिविल अस्पताल में सुविधाओं को पूरा करना पड़ रहा है। शिव सेवा संघ दे रहा है चारपाई व बिस्तर
शिव सेवा संघ के अध्यक्ष सोमनाथ ने बताया कि संघ द्वारा जिले में बढ़ रहे डेंगू के आतंक व सिविल अस्पताल में बेड की कमी को देखते हुए मरीजों की सुविधा के लिए फ्री में मंजे बिस्तर का प्रबंध किया गया है। इस सुविधा से इलाज को आने वाले मरीजों को अब किराए पर मंजा बिस्तरा लेकर आने की जरूरत नही पड़ेगी। सिविल अस्पताल में डेंगू से पीड़ित को इलाज के लिए चाहे वह दिहाड़ीदार चाहे जरूरतमंद सभी लोगों को 200 रुपये तक किराए का एक मंजा लेकर इलाज करवाना पड़ता था।
पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के प्रधान अनिल बंसल नाणा ने बताया कि लोगों की सुविधा के लिए उनके द्वारा विगत वर्ष 10 नवंबर को यह सेवा शुरू की गई। उनकी इस कोशिश के कारण विगत वर्ष से आज तक 4000 लोग लाभ ले चुके है व प्रतिमाह 300 से 350 के करीब लोग इसका लाभ ले रहे है। उनके द्वारा अस्पताल में स्नान घर में नहाने के लिए गर्म पानी व साफ सुथरे महिला पुरुषों के लिए अलग अलग शौचालय, 41 मंजे व 30 कंबल की सुविधा भी मरीजों व दूसरे गांव व शहरों से आने वाले लोगों को राहत दे रही है। उन्होंने बताया कि लोगों को दिए जा रहे मंजे बिस्तरे के लिए कोई किराया नही लिया जा रहा है व 500 रूपए सिक्योरिटी मंजा वापिस करने तक लेकर बाद में वापिस कर दी जाती है।