कोरोना के खिलाफ एकजुट हुए ग्रामीण, 20 गांवों के एंट्री प्वाइंट किए बंद
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जिले के ग्रामीणों द्वारा अपने स्तर पर गांव सील कर ठीकरी पहरे लाने का बीड़ा उठाया गया है।
सोनू उप्पल, करण बावा, बरनाला : कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जिले के ग्रामीणों द्वारा अपने स्तर पर गांव सील कर ठीकरी पहरे लाने का बीड़ा उठाया गया है। ताकि कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में जिला प्रशासन को सहयोग मिल सके व लोगों को सुरक्षित रखा जा सके। बरनाला के गांव भट्ठला, फतेहगढ़ छन्ना, कालेके, असपाल कलां, झलूर, भैणी महिराज, पत्ती सोहल, धनौला खुर्द, कोठा गुरु, रूड़ेके कलां, ब्लाक शैहणा के गांव जंगियाना, जैमल सिंह वाला, ढिलवां नाभा, ढिलवां पटियाला, ढिलवां पटियाला खुर्द, दराज, दराकां, लग्जरी पत्ती, जैतासर, ढिल्लवां दक्षिण व ब्लाक महल कलां के नेहालूवाला आदि गांवों के निवासियों द्वारा अपने गांवों को सील किया गया है। सभी गांवों के एंट्री प्वाइंट किए बंद
गांव की पंचायत द्वारा पूरे गांव को नाकाबंदी करके सील कर दिया व गांव के किसी व्यक्ति को गांव के बाहर व गांव के अंदर नहीं आने दिया जा रहा है। गांव में आने जाने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। गांव के एंट्री प्वाइंट पर गांव निवासियों व युवाओं द्वारा कड़ा पहरा लगाया है, जिससे न तो गांव में कोई आ सकता है व न ही बाहर जा सकता है। गांव के युवाओं का कहना है कि हम अपने गांव निवासियों व खुद की सुरक्षा खुद ही रखेंगे। गांव में सुबह गुरुद्वारा साहिब में कोरोना वायरस की जंग को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। पूरे गांव में सन्नाटा पसरा है। गांव में एंट्री व एग्जिट गेटों पर नो एंट्री के पोस्टर व फ्लैक्स लगाए गए हैं।
ग्रामीणों की पहल सराहनीय : एसएसपी
एसएसपी संदीप गोयल ने कहा कि अगर लोग खुद जागरूक हो रहे हैं, तो इससे अच्छी बात कोई नहीं हो सकती है। उन्होने कहा कि लोगों को खुद कर्फ्यू का पालन करना चाहिए व घरों में टिक बैठे रहे।