लापरवाही: नियमों का पालन तो दूर, हेलमेट तक नहीं लगा रहे लोग
जिला पुलिस प्रशासन के ट्रैफिक एजुकेशन सेल की तरफ से बेशक स्कूलों कालेजों व सार्वजनिक स्थानों पर सेमिनार लगाकर लोगों को ट्रैफिक नियमों को लेकर जागरूक किया जा रहा है लेकिन फिर भी लोग नियमों को लेकर गंभीर नहीं दिखाई दे रहे।
संजीव बिट्टू, बरनाला : जिला पुलिस प्रशासन के ट्रैफिक एजुकेशन सेल की तरफ से बेशक स्कूलों, कालेजों व सार्वजनिक स्थानों पर सेमिनार लगाकर लोगों को ट्रैफिक नियमों को लेकर जागरूक किया जा रहा है, लेकिन फिर भी लोग नियमों को लेकर गंभीर नहीं दिखाई दे रहे। शहर में अधिकतर लोग हेलमेट लगाना भी उचित नहीं समझते। उन्हें बिनी किसी डर के दोपहिया वाहनों में यहां -वहां घूमते हुए देखा जा सकता है। उधर, दुर्घटनाओं के दर्ज मामलों को खंगाले तो सड़क हादसे के दौरान कई युवाओं की जान हेलमेट न पहनने की वजह से गई है।
लोगों के हेलमेट जरूर पहनना चाहिए
श्री राम बाग कमेटी बरनाला के महासचिव समाजसेवी इंजीनियर कंवल जिंदल का कहना है कि लगभग 90 प्रतिशत लोग बिना हेलमेट के अपने वाहन चलाते नजर आते हैं। हेलमेट न पहनने के कारण कई घरों के चिराग बुझ चुके हैं। यदि देखा जाए तो सड़क हादसा होने पर सिर पर हेलमेट न पहनने के कारण कई बार मोटरसाइकिल व स्कूटर चालक की जान चली जाती है। अगर दोपहिया चालक हेलमेट पहनने के लिए जागरूक हो जाएं, तो कीमती जान बच सकती है। हादसा होने पर जा सकती है जान
-भगत मोहन लाल सेवा समिति बरनाला के कैशियर मंगत राय मंगा का कहना है कि देखा जाए तो सड़क हादसे होने पर हेलमेट न पहनना वाहन चालक के लिए जानलेवा साबित होता है। कई बार सिर पर चोट लगने से व्यक्ति की जान भी चली जाती है। सिर पर चोट लगने से खून अंदर ही इकट्ठा हो जाता है या फिर बाहर बह जाता है, जो व्यक्ति की मृत्यु का कारण बनता है। खुद की जिदगी का ख्याल रखें लोग
श्री राम बाग कमेटी बरनाला के सीनियर उप प्रधान बीरबल ठेकेदार व समाजसेवी सीनियर सिटीजन लाजपत राय चोपड़ा ने बताया कि दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट पहनना बहुत जरूरी है। इसके लिए अदालतों द्वारा भी निर्देश जारी किए गए हैं। युवा वर्ग इसकी तरफ बहुत कम ध्यान देता है। युवाओं से अपील है कि मोटरसाइकिल, स्कूटर या कोई भी दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट पहनें। ट्रैफिक एजुकेशन सेल की तरफ से लगभग हर रोज कहीं न कहीं इसके लिए जागरूक किया जाता है।