शहर में कर्फ्यू के बाद पांच टन बढ़ा कचरा, सफाई कर्मचारी बने कोरोना योद्धा
कोविड-19 महामारी के कारण करीब दो माह तक लोगों को घरों में ही कैद रहना पड़ा।
सुरेश शर्मा, बरनाला
कोविड-19 महामारी के कारण करीब दो माह तक लोगों को घरों में ही कैद रहना पड़ा, वहीं व्यापार ठप रहा। परंतु 18 मई से कर्फ्यू खत्म होने के साथ पटरी पर लौटी जिदगी से कचरा भी बढ़ने लगा है। गौर हो कि आम दिनों में शहर का प्रतिदिन 35 टन कचरा एकत्रित होता है, जो कर्फ्यू के दिनों में व्यापार बंद रहने के कारण पांच टन कम हो गया था, परंतु अब कचरा फिर से 35 से 40 टन एकत्रित होने लगा है।
कचरा निस्तारण को लेकर नगर कौंसिल के सेनेटरी विभाग द्वारा सफाई कर्मचारी के साथ मिलकर हर संभव प्रयास किया जा रहा है, परंतु लोगों द्वारा सफाई व्यवस्था को लेकर किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं किया जा रहा है व कूड़ा डंपर के बाहर ही कूड़ा फेंक दिया जाता है।
नगर कौंसिल के सेनेटरी इंस्पेक्टर अंकुश सिगला ने बताया कि नगर कौंसिल बरनाला द्वारा 14 ई-रिक्शा, 5 ट्रैक्टर ट्राली, 10 डंपर व दो डंपर प्लेटर, 150 साइकिल रिक्शा सहित 66 पक्के व 116 कच्चे सफाई कर्मचारी के साथ मिलकर शहर की सफाई का पूरा ध्यान रखा जा रहा है व प्रतिदिन 35 टन कचरा निस्तारण किया रहा है। उन्होंने कहा कि शहर में तीन स्टार ग्रेडिग बनी है, परंतु उनका आवेदन सरकार द्वारा मंजूर नहीं किया गया। स्टार ग्रेडिग को लेकर सफाई कर्मचारियों को जागरुक किया जा रहा है व कोरोना सेफ्टी किट दी गई है। अब घरों में घर स्तर पर गीला व सुखा कचरा अलग किया जाएगा। बॉयो-मेडिकल से हो रहा कूड़े का निस्तारण: सीएमओ
सीएमओ डॉ. गुरिदरवीर सिंह ने कहा कि जिले में सिविल अस्पताल में बॉयो-मेडिकल वेस्ट को लेकर ठेका दिया गया है व सफाई व्यवस्था को लेकर उनकी तरफ से पूरा ध्यान दिया जा रहा है। उन्होने कहा कि बॉयो-मेडिकल वेस्ट में सिविल अस्पताल में होने वाली हर मेडिकल वेस्ट को निस्तारण किया जा रहा है।