बरनाला में किसानों का धरना जारी, दिल्ली मोर्चों को और मजबूत करने का आह्वान
संयुक्त किसान मोर्चा का केंद्र के तीन कृषि विरोधी कानूनों को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून बनाने की मांग को लेकर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में शुरू किया पक्का मोर्चा बुधवार को 385वें दिन भी जारी रहा।
जागरण संवादददाता, बरनाला
संयुक्त किसान मोर्चा का केंद्र के तीन कृषि विरोधी कानूनों को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून बनाने की मांग को लेकर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में शुरू किया पक्का मोर्चा बुधवार को 385वें दिन भी जारी रहा। संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकारी साजिशों में आई तेजी व किसान आंदोलन संबंधी सुप्रीम कोर्ट की आगामी सुनवाई के मद्देनजर दिल्ली मोर्चों को और मजबूत करने का आह्वान किया।
नेताओं ने कहा कि पिछले दिनों सिघु बार्डर पर हुई घटना ने साबित कर दिया है कि सरकार बौखलाहट में आ चुकी है व आंदोलन को कमजोर करने के लिए किसी भी हद तक गिर सकती है। इस घटना को अंजाम देने वालों की सरकार से मिलीभगत जग-जाहिर हो चुकी है। सरकार ने सियासी नैतिकता को पूरी तरह तहस-नहस कर दिया है। किसानों ने भगवान वाल्मीकि जी महाराज की जयंती पर उन्हें याद किया। वक्ताओं ने कहा कि भगवान वाल्मीकि जी ने सांझ, सामाजिक सद्भावना, समानता का संदेश दिया। सभी को उनकी शिक्षाओं को जीवन में धारण करना चाहिए। अमरजीत कौर, नारायण दत्त, बाबू सिंह, उजागर सिंह, बलजीत सिंह, गुरजंट सिंह, धर्मपाल कौर, बिक्कर सिंह, गुरमेल शर्मा, परमिदर हंडियाया, बलविदर कौर ने गुलाबी सुंडी से पीड़ित नरमा पट्टी के किसानों द्वारा आत्महत्या करने पर चिता प्रकट की। नेताओं ने कहा कि आए दिन आत्महत्याओं की खबरें मिल रही हैं जबकि सरकार पूरी तरह से आंखें मूंद सब देख रही है। नेताओं ने मांग की कि सरकार मुआवजे का तुरंत एलान करे। एक मॉल के समक्ष भी किसानों का धरना लगातार जारी है। इस मौके मेजर सिंह, बलविदर सिंह, नाजर सिंह, तेजा सिंह, मघ्घर सिंह, मिट्ठू सिंह आदि उपस्थित थे। कुलवंत सिंह ठीकरीवाला, नरिदरपाल सिगला ने गीत व कविताएं सुनाई।