किसानों ने कोरोना के मरीजों का बिना पूरा इलाज किए घर भेजने का किया विरोध
धनौला बरनाला भारतीय किसान यूनियन ने सार्वजनिक संगठनों द्वारा किए आहवान पर प्रदर्शन किया।
संवाद सूत्र, धनौला, बरनाला : भारतीय किसान यूनियन (एकता) उगराहां ने 16 सार्वजनिक संगठनों द्वारा किए आहवान पर प्रधान बलौर सिंह छन्ना, जरनैल सिंह बदरा, जिला कार्यकारी नेता व ब्लाक कोषाध्यक्ष जरनैल सिंह जवंधा पिडी के नेतृत्व में बस अड्डा धनौला, जवंधा पिडी, भैनी जस्सा, कालेके, असपाल कलां व असपाल खुर्द आदि गांवों में केंद्र व राज्य सरकार की अर्थी जला कर रोष प्रदर्शन किया। इस अवसर पर बलौर सिंह छन्ना, जरनैल सिंह बदरा, प्रधान केवल सिंह धनौला ने कहा कि केंद्र सरकार की लोग मारू नीतियों के कारण पंजाब की कांग्रेस सरकार ने पहला पंजाब के मेहनतकश लोगों को लॉकडाऊन के नाम पर घरों में रहने के लिए मजबूर किया। कोरोना के संदिग्ध मरीजों को एकांतवास के नाम पर बिना किसी इलाज से न होने योग्य स्थानों पर रख कर घरों को भेज दिया जाता है, जिससे कोरोना की लाग अन्य लोगों को भी लगेगी। किसान नेताओं ने मांग की कि विभिन्न विभागों की रिक्त पड़े पदों पर पक्की भर्ती की जाए। उन्होंने बताया कि सरकार बिजली बोर्ड व अन्य सरकारी संस्थान निजी करने व बेचने पर तुली है। कोरोना की लड़ाई में लड़ रहे सभी व्यक्तियों का 50 लाख का बीमा करवाया जाएं। किसान नेताओं ने सरकारों को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकारी संस्थानों को सरकारी ही रहने दिया जाएं, अगर वह यह संस्थान बेचने से बाज ना आएं, तो 3 से 5 जून तक सभी तहसील के समक्ष रोष धरना लगाया जाएगा। इस अवसर पर मेजर सिंह, इन्द्रजीत सिंह, विसाखा सिंह, गुरचरन सिंह, तरसेम सिंह, हरदीप सिंह, मेवा सिंह, मिट्ठू सिंह आदि उपस्थित थे।