किसान नेताओं ने बैंक मैनेजर के खिलाफ किया प्रदर्शन
बरनाला भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर के किसान नेताओं ने किया प्रदर्शन।
जागरण संवाददाता, बरनाला :
भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर के किसान नेताओं ने गांव ढिलवां की मालवा ग्रामीण बैंक के गेट समक्ष रोष धरना देकर बैंक मैनेजर खिलाफ नारेबाजी करके रोष प्रदर्शन किया। यूनियन के नेता जिला प्रधान रूप सिंह ढिल्लवां, सीनियर मीत प्रधान बूटा सिंह, ब्लाक प्रधान बलौर सिंह ने कहा कि बैंक मैनेजर की लापरवाही के कारण किसानों को अभी गेंहू की फसल की पेमेंट नहीं मिल रही, वह प्रतिदिन चक्कर मार कर किसान अक चुके हैं, इसके अलावा उन्होंने बताया कि पेंशन लेने वालों बुजुर्ग महिलाएं प्रतिदिन बैंक के गेट समक्ष लंबी-लंबी लाईनों लगा कर बैठीं रहती हैं, परन्तु संबंधित बैंक के मैनेजर द्वारा उनकी कोई भी सुनवाई नहीं की जा रही। जानकारी अनुसार 80 वर्षों बुजुर्ग बैंक में जाने की कोशिश कर रहा था, तो बैंक के गनमैन ने उसे बाहर ही रोका गया, बुजुर्ग के बार-बार यह कहने पर कि बाहर कड़ाके की गर्मी में उससे बैठा नहीं जा रहा, उसे अंदर आने दिया जाएं, परंतु उनकी तरफ से उसकी एक नहीं सुनी गई। जिससे गुस्से में आए यूनियन के नेताओं ने रोष धरना लगा दिया गया। इस अवसर पर पुलिस पार्टी भी मौके पर पहुंच गई थी,समाचार लिखे जाने तक धरना जारी था। इस अवसर पर ब्लाक प्रधान नछत्तर सिंह, कोषाध्यक्ष नैब सिंह, सचिव बूटा सिंह, करनैल सिंह, नाजर सिंह, बूटा सिंह, बहादर सिंह, छोटा सिंह, बिक्कर सिंह आदि किसान नेता उपस्थित थे।
बैंक मैनेजर ने कहा कि उनके द्वारा जानबूझ कर किसी को भी हैरान परेशान नहीं किया जा रहा, लाकडाऊन के कारण कैश कम आ रही हैं, जितनी पेमेंट आती है, वह किसानों को बांट दिए हैं। उन्होंने पेंशनों के बारे बातचीत करते हुए कहा कि उनके बैंक में लाभार्थियों की 1700 कापियां हैं, जिनमें उनके द्वारा सरपंचों को कहा गया है कि वह 50 कापियां प्रतिदिन भेज कर पेंशनों के रुपये लिए जाया करें, परन्तु लोग इस बात को नहीं समझ रहे व एकत्रित कर लेते हैं, उनके बैंक में बैठने वाली सिर्फ पांच सीट हैं, जिस कारण लोग अंदर नहीं कर सकते, क्योंकि कोरोना महामारी के चलते शारीरिक दूरी के नियमों की पालना करना भी जरूरी है।