सैनिटाइजर में मिलावट की आशंका, जांच क लिए सैंपल लिए
संवाद सूत्र बरनाला कोरोना वायरस का प्रकोप जब शुरू नहीं हुआ था तब बहुत कम लोग इसका प्रयोग करें।
संवाद सूत्र, बरनाला : कोरोना वायरस का प्रकोप जब शुरू नहीं हुआ था, तब बहुत कम लोग इसका प्रयोग करते थे। लेकिन जैसे ही कोरोना वायरस का प्रकोप शुरू हुआ तो हर व्यक्ति की जेब व घर में सैनिटाइजर देखने को मिलने लगा। यूं कह लीजिए कि जैसे लोग हर माह राशन लेते हैं, वैसे ही राशन के साथ सैनिटाइजर लेना शुरू कर लिया है, क्योंकि सरकार व हेल्थ विभाग लोगों को जागरूक कर रहा है। जिसके चलते लोग कोरोना वायरस से बचने के लिए अब पूरी तरह से सतर्क हैं। लेकिन कुछ मुनाफाखोर मिलावटी सैनिटाइजर बेचने में लगे हैं, जिनके खिलाफ सिविल सर्जन डॉक्टर गुरिदरवीर सिंह के नेतृत्व में सेहत विभाग की टीम ने शिकंजा कसना शुरु कर दिया है। क्योंकि अब सैनिटाइजर में मिलावट का शक होने पर सेहत विभाग की टीम के ड्रग इंस्पेक्टर ने चार दुकानों से सैनिटाइजरों की सैंपलिग की है, जिनकी अभी रिपोर्ट आनी बाकी है। अगर रिपोर्ट में यह सैनिटाइजर नकली पाए जाते हैं तो सैनिटाइजर विक्रेताओं के खिलाफ सेहत विभाग सख्त कार्रवाई करेगा।
ड्रग इंस्पेक्टर एकांत सिगला ने कहा कि शक होने पर उनकी तरफ से बरनाला में चार दुकानों से सेनिटाइजर की सैंपलिंग की है। जिनकी जांच के लिए सैंपलिग को लेबोरेटरी में भेज दिया गया है। जैसे ही सैनिटाइजरों में कोई गड़बड़ी पाई गई तो उक्त दुकानदारों के खिलाफ विभाग के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि उनकी तरफ से निरंतर जांच शुरू की हुई है व दुकानदारों की दुकानों पर जाकर सैनिटाइजरों की सैंपलिग की जा रही है व उनको नकली सैनिटाइजर न बेचने के बारे में जागरूक किया जा रहा है। गौर हो कि यदि बहुत जरूरी हो तभी सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें वरना हाथों को बार-बार साबुन से धोएं। अच्छी क्वालिटी का सैनिटाइजर ही उपयोग करें। लेने से पहले गुणवत्ता जरूर जांचें।