जिला प्रबंधकीय परिसर में बुजुर्ग हो रहे परेशान
जिला प्रशासन द्वारा रेडक्रास की मदद से असमर्थ लोगों को व्हीलचेयर व ट्राइसाइकिल भेंट की जाती है।
सोनू उप्पल, बरनाला : जिला प्रशासन द्वारा रेडक्रास की मदद से हर वर्ष 26 जनवरी, 15 अगस्त से लेकर अन्य समारोह के दौरान सैकड़ों की संख्या में दिव्यांग, असमर्थ लोगों को व्हीलचेयर व ट्राइसाइकिल भेंट की जाती है। परंतु दूसरी तरफ डीसी दफ्तर, एसएसपी दफ्तर, एसडीएम दफ्तर, तहसील दफ्तर में एक भी व्हीलचेयर नहीं होना सवालियां चिन्ह है। डीसी दफ्तर के मुख्य गेट के कोने में एक रखी व्हीलचेयर है। सीढ़ी होने के कारण जिसका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। वहीं जिला बरनाला के लोगों को एक ही छत्त के नीचे सिविल व पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों से कामकाज करवाने के लिए जिला प्रबंधकीय परिसर की बहुमंजिला इमारत का निर्माण किया गया। इसमें तीन ब्लॉक बनाए गए। जिसमें ग्राउंड पर उच्च अधिकारी, दूसरे ब्लॉक पर डीसी व एसएसपी दफ्तर में काम करने वाले कर्मचारी व तीसरे ब्लॉक पर शिक्षा विभाग व अन्य विभागों के दफ्तर बनाए गए। परिसर के अंदर बेस्टमेंट से लेकर चार मंजिल तक रैंप, चार लिफ्ट का प्रबंध किया गया। परंतु एसएसपी व डीसी दफ्तर तक जाने के लिए रैंप की असुविधा आज भी दिव्यांग, असमर्थ व बुजुर्ग के लिए परेशानी बनी है। इसके साथ एसडीएम दफ्तर, तहसील दफ्तर में ना तो रैंप, ना ही व्हीलचेयर की सुविधा है। सेवा केंद्र में कहीं भी व्हीलचेयर नजर नहीं आई। औसतन हालात जस के तस ही नजर आएं। दिव्यांग, असमर्थ, बुजुर्ग अपनों व छड़ी के सहारे अपने कामकाज के लिए जाते नजर आएं। जिला कोर्ट कांप्लेक्स में व्हीलचेयर पहले दिन की तरह नाजर सेशन कोर्ट के कमरे में गेट के पीछे रखी पाई गई। जिसको आम लोग जानकारी नहीं होने के कारण इस्तेमाल तो दूर व्हीलचेयर तक पहुंच भी नहीं पाते है।
नहीं मिली व्हीलचेयर: अमर सिंह
तहसील दफ्तर में आई 80 वर्षीय तेज कौर व 100 वर्षीय कर्मगढ़ निवासी अमर सिंह छड़ी के सहारे तहसील दफ्तर में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि व्हीलचेयर व कर्मचारी के सहारे की सुविधा से उनको कामकाज में राहत मिल सकती है। परंतु उन्हें ऐसा कई नहीं मिला व ना ही जानकारी है।
व्हीलचेयर मिलने से रहती है आसानी: हरभजन
इसी प्रकार सेवा केंद्र बरनाला में 75 साल का हरभजन सिंह अपने असला लाइसेंस को लेकर पहुंचा, जिसको सीढ़ी से अपनों का सहारा व अंदर छड़ी का सहारा लेकर आना पड़ा। उन्होंने कहा कि उसे व्हीलचेयर व कर्मचारी के सहारे की सुविधा से उनको कामकाज में राहत मिल सकती है। परंतु उन्हे ऐसा कई नहीं है।
मांगने पर मिलती है व्हीलचेयर: इंद्रदीप सिंह
सेवा केंद्र इंचार्ज इंद्रदीप सिंह ने कहा कि सेवा केंद्र में एक व्हीलचेयर है, जिसको अंदर रखा है। अगर कोई मांगता है, तो उसको दी जाती है। वहीं डीसी तेज प्रताप सिंह फूलका ने मीटिंग में व्यस्त होने के कारण फोन नहीं उठाया।