बाल मजदूरी की भनक लगते ही हरकत में आया प्रशासन
बरनाला : जिला प्रशासन का बाल मजदूरी को रोकने का दावा उस समय खोखला साबित हुआ, जब जिला प्रशासन की नाक तले ही बाल मजदूरी करते दो बच्चे पाए गए।
संवाद सहयोगी, बरनाला : जिला प्रशासन का बाल मजदूरी को रोकने का दावा उस समय खोखला साबित हुआ, जब जिला प्रशासन की नाक तले ही बाल मजदूरी करते दो बच्चे पाए गए। कोर्ट कांप्लेक्स में बनी कैंटीन में दो बच्चे खुशी व कुलदीप नाम से सामने आए जिनसे मजदूरी करवाई जा रही थी। इस संबंध में दैनिक जागरण द्वारा समाचार प्रकाशित करते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। अब जिला प्रशासन व बाल सुरक्षा विभाग बाल मजदूरी मामले को लेकर शनिवार से जांच में जुटा है। वहीं, उक्त कैंटीन का मालिक बाल मजदूरी से अपना पल्ला झाड़ रहा है।
बाल शिक्षा विभाग के अधिकारी अभिषेक ¨सगला ने कहा कि उनके द्वारा कोर्ट कांप्लेक्स में बनी कैंटीन का दौरा किया गया, लेकिन उन्हें वहां पर बाल मजदूरी करते कोई भी बच्चे दिखाई नहीं दिए। वहीं कैंटीन मालिक ने भी कहा कि उसके यहां कोई भी बाल मजदूरी नहीं करता और न ही वह बच्चों को रखते हैं।
डीसी धर्मपाल गुप्ता ने कहा कि उनके द्वारा उक्त कैंटीन मालिक का जल्द ही चालान किया जाएगा। उक्त बच्चों को तलाश करके शिक्षा दिलाई जाएगी। शहर में किसी भी जगह बाल मजदूरी करता अगर कोई भी बच्चा दिखाई देता है, तो उसकी सूचना बाल सुरक्षा विभाग या फिर जिला प्रशासन के ध्यान में लाएं।